राजस्थान में अवैध विस्फोटकों की बड़ी बरामदगी, पुलिस ने दो गिरफ्तार किए

राजस्थान के टोंक जिले में पुलिस ने 31 दिसंबर को अवैध विस्फोटकों का एक बड़ा जखीरा बरामद किया है। इस कार्रवाई में दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, जो बूंदी से विस्फोटक सामग्री लेकर आ रहे थे। पुलिस ने बताया कि यह सामग्री अवैध खनन गतिविधियों से जुड़ी हो सकती है। जांच जारी है, और अधिकारियों का मानना है कि यह किसी बड़ी विध्वंसक योजना का हिस्सा हो सकता है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
 | 

टोंक जिले में पुलिस की बड़ी कार्रवाई

राजस्थान में अवैध विस्फोटकों की बड़ी बरामदगी, पुलिस ने दो गिरफ्तार किए

राजस्थान के टोंक जिले में पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। नए साल के आगमन से एक दिन पहले, 31 दिसंबर को, अवैध विस्फोटकों का एक बड़ा जखीरा बरामद किया गया। यह कार्रवाई राज्य सरकार द्वारा अवैध खनन के खिलाफ शुरू होने वाले अभियान से पहले की गई है, जो अरावली पहाड़ों और अन्य क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा। पुलिस की यह कार्रवाई अवैध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने का संकेत देती है।

बूंदी से लाए जा रहे थे खतरनाक विस्फोटक
पुलिस की डीएसटी टीम ने टोंक-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 52 पर बरौनी थाना क्षेत्र में नाकाबंदी की। यहां एक सियारा कार को रोका गया, जो बूंदी से टोंक की ओर जा रही थी। कार की जांच में भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री मिली।

टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में सुरेंद्र पटवा और सुरेंद्र मोची शामिल हैं, जो बूंदी जिले के करवर गांव के निवासी हैं। यह पूरी कार्रवाई डीएसटी प्रभारी ओमप्रकाश चौधरी के नेतृत्व में की गई।

यूरिया के बोरे में छिपा था अमोनियम नाइट्रेट
संदिग्धों ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया और बताया कि कार में यूरिया खाद है, जो कृषि कार्य के लिए उपयोगी होगी। लेकिन जांच में सच्चाई सामने आई। यूरिया के बोरे में 150 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट छिपा हुआ था। इसके अलावा, 200 डेंजर एक्सप्लोसिव कार्टेज और 1100 सेफ्टी फ्यूज वायर भी बरामद हुए।

अमोनियम नाइट्रेट का उपयोग मुख्य रूप से पत्थर खनन में किया जाता है, लेकिन यह अत्यंत खतरनाक है। हाल ही में दिल्ली के लाल किले के पास हुए बम धमाके में भी इसी का इस्तेमाल किया गया था।

अवैध खनन से जुड़े संभावित तार
टोंक शहर के निकट अरावली पहाड़ों और अन्य क्षेत्रों में कई अवैध खदानें संचालित हो रही हैं। इन खदानों में ऐसे विस्फोटकों का उपयोग सामान्य है। पुलिस को संदेह है कि यह सामग्री इन्हीं अवैध गतिविधियों के लिए लाई जा रही थी। डीएसपी मृत्युंजय मिश्रा ने कहा कि जांच जारी है। हम यह पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि कहीं यह किसी बड़ी विध्वंसक योजना का हिस्सा तो नहीं है। यदि ऐसा हुआ, तो और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं.