रम के स्वास्थ्य लाभ: जानें कैसे यह बीमारियों से बचाती है

रम के फायदे और स्वास्थ्य पर प्रभाव
रम: कैंसर और हार्ट अटैक जैसी बीमारियों से सुरक्षा - रम पीने के लाभ सुनकर आपको आश्चर्य हो सकता है, लेकिन यह केवल एक शराब नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। रम का सेवन न केवल आनंद देता है, बल्कि यह सेहत को भी सुकून प्रदान करता है।
आज हम रम के उन फायदों के बारे में चर्चा करेंगे, जिन्हें जानकर आप चौंक जाएंगे। रम, जो गन्ने के रस से बनाई जाती है, मुख्य रूप से कैरिबियन में लोकप्रिय है, लेकिन मध्य अमेरिका और मेक्सिको में भी इसका उत्पादन होता है। यह एक ग्लूटेन-फ्री पेय है, जिसका स्वाद मीठा और थोड़ा कड़वा होता है।
जब रम पुरानी हो जाती है, तो इसका रंग हल्का भूरा या काला हो सकता है। हालांकि, रम का सटीक इतिहास ज्ञात नहीं है, लेकिन यह कैरिबियन में 500 साल से अधिक समय से बनाई जा रही है।
क्या आप जानते हैं कि 'ओल्ड मॉन्क' रम, जो कपिल मोहन द्वारा बनाई गई थी, बहुत प्रसिद्ध है? इस ब्रांड ने 1954 में लॉन्च होने के बाद से दुनिया भर में धूम मचाई है। कपिल मोहन का निधन 6 जून 2018 को हुआ था।
रम में अल्कोहल की मात्रा 40 से 60% तक होती है। इसे वाइन के रूप में या आम पेय के रूप में भी पिया जाता है, जैसे कि रम और कोक। यदि इसे सही मात्रा में लिया जाए, तो यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं होती। हालांकि, अत्यधिक सेवन से नुकसान हो सकता है। डॉक्टरों के अनुसार, उचित मात्रा में रम पीने के कई फायदे हैं।
रम पीने से जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है और यह मांसपेशियों के दर्द को कम करती है। विशेष रूप से बुढ़ापे में, यह मांसपेशियों को मजबूत बनाती है। इसके अलावा, रम रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है, जिससे बीमारियों का खतरा कम होता है।
रम की तासीर गर्म होती है, जिससे यह शरीर को ऊर्जा और गर्मी प्रदान करती है। सर्दियों में, यह ठंड से राहत देती है।
रम पीने से मौसमी सर्दी-जुकाम से बचा जा सकता है। खासकर सर्दियों में, यह सर्दी-जुकाम को जल्दी नहीं होने देती।
रम दिल को स्वस्थ रखने में मदद करती है और हार्ट अटैक तथा कैंसर जैसी बीमारियों के खतरे को कम करती है। इसके सेवन से अच्छी नींद आती है, जिससे व्यक्ति तरोताजा महसूस करता है।
रम का सेवन डायबिटीज के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है और यह गैलस्टोन से जुड़ी समस्याओं को भी दूर करती है।
हालांकि, मानसिक शांति के लिए रम का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, अन्यथा यह नशे का कारण बन सकता है। यह मानसिक रोगों जैसे अल्जाइमर और पार्किंसन में भी लाभकारी हो सकती है।