माउंट एवरेस्ट पर बर्फीले तूफान से फंसे लोगों का बचाव अभियान जारी

माउंट एवरेस्ट के तिब्बती हिस्से में बर्फीले तूफान के चलते लगभग एक हजार लोग फंस गए हैं। बचाव अभियान जारी है, जिसमें स्थानीय ग्रामीण और बचाव दल शामिल हैं। नेपाल में मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ से 52 लोगों की मौत हो गई है। नेपाल सरकार ने मृतकों के परिजनों को राहत देने की घोषणा की है। जानें इस संकट की पूरी जानकारी और बचाव कार्य की प्रगति के बारे में।
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बर्फीले तूफान के कारण माउंट एवरेस्ट पर बचाव कार्य

माउंट एवरेस्ट पर बर्फीले तूफान से फंसे लोगों का बचाव अभियान जारी

रविवार को माउंट एवरेस्ट के तिब्बती क्षेत्र में बर्फीले तूफान के चलते लगभग एक हजार लोगों को बचाने के लिए अभियान जारी रहा। 4,900 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस क्षेत्र में बर्फबारी के कारण रास्ते अवरुद्ध हो गए हैं, जिन्हें साफ करने के लिए सैकड़ों स्थानीय ग्रामीणों और बचाव दल को तैनात किया गया है।

रिपोर्टों के अनुसार, कुछ पर्यटकों को पहले ही सुरक्षित स्थान पर लाया जा चुका है। बर्फबारी का यह सिलसिला शुक्रवार शाम से शुरू हुआ और तिब्बत के पूर्वी हिस्से में और तेज हो गया। यह क्षेत्र पर्वतारोहियों के बीच काफी लोकप्रिय है। माउंट एवरेस्ट, जो 8,849 मीटर की ऊंचाई के साथ दुनिया की सबसे ऊंची चोटी है, चीन में माउंट कोमोलांगमा के नाम से जाना जाता है।

नेपाल में भूस्खलन और बाढ़ से जनहानि
पूर्वी नेपाल में मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ आई, जिससे रविवार सुबह तक कम से कम 52 लोगों की जान चली गई। सशस्त्र पुलिस बल के एक अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह 10 बजे से रविवार सुबह 10 बजे तक हुई मौतों में से अधिकांश 37 लोग कोशी प्रांत से थे, जहां बाढ़, भूस्खलन, बिजली गिरने और सड़क दुर्घटनाओं के कारण मौतों की संख्या बढ़ी। नेपाल के सात प्रांतों में से पांच कोशी, मधेस, बागमती, गंडकी और लुम्बिनी में मानसून सक्रिय था।

नेपाल में नदियों का जलस्तर बढ़ा
स्थानीय मीडिया के अनुसार, जल विज्ञान और मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार सुबह बताया कि लगातार बारिश के कारण पूर्वी नेपाल में आठ प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई हैं। बागमती और पूर्वी राप्ती नदियों के आसपास के क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट भी जारी किया गया है। हवाई अड्डे के अधिकारियों ने बताया कि रविवार सुबह आसमान साफ होने के बाद काठमांडू से घरेलू उड़ानें फिर से शुरू हो गईं। खराब मौसम के कारण शनिवार को सभी प्रांतों के लिए उड़ानें रोक दी गई थीं।

बचाव कार्य में नेपाल सेना और पुलिस की भूमिका
नेपाल सेना, नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिस बल के जवानों को विभिन्न क्षेत्रों में बचाव कार्य के लिए तैनात किया गया है। इलाम जिले से एक गर्भवती महिला सहित चार लोगों को हेलीकॉप्टर से सुरक्षित स्थान पर लाया गया और धरान नगरपालिका के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।

नेपाल सरकार ने रविवार को वर्षाजनित आपदाओं में मारे गए लोगों के परिजनों को तत्काल राहत के रूप में 2,00,000 नेपाली रुपये (एनआर) देने की घोषणा की। राष्ट्रीय आपदा एवं जोखिम न्यूनीकरण प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा है कि मृतकों के परिजनों को आर्थिक मुआवजा देने के साथ ही घायलों को मुफ्त इलाज भी मुहैया कराया जाएगा।