महिलाओं में शराब के सेवन की बढ़ती प्रवृत्ति: जानें कारण

महिलाओं के शराब पीने की प्रवृत्ति का विश्लेषण
महिलाओं में शराब के सेवन की प्रवृत्ति: जानें कारण | GK in Hindi General Knowledge : पारंपरिक रूप से, शराब पीने में पुरुषों की संख्या अधिक मानी जाती थी, लेकिन अब महिलाएं भी इस क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। अमेरिकी आंकड़ों के अनुसार, 2000 से 2015 के बीच 45 से 64 वर्ष की आयु की महिलाओं में सिरोसिस से होने वाली मौतों में 57 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि इसी आयु वर्ग में पुरुषों में यह आंकड़ा 21 प्रतिशत है।
महिलाओं के शराब पीने की प्रवृत्ति के कारण
इसके अतिरिक्त, 25 से 44 वर्ष की आयु की महिलाओं में सिरोसिस से मौत के मामलों में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि इसी आयु वर्ग के पुरुषों में यह आंकड़ा 10 प्रतिशत कम हुआ है। शराब के ओवरडोज के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाली महिलाओं की संख्या भी पुरुषों की तुलना में अधिक है। यह सवाल उठता है कि क्या महिलाएं वास्तव में पुरुषों से अधिक शराब पीती हैं या इसके पीछे कोई अन्य कारण है।
क्या महिलाएँ वास्तव में अधिक शराब पीती हैं?
यह समस्या इस बात की नहीं है कि महिलाएँ अधिक शराब पीती हैं, बल्कि यह है कि शराब का प्रभाव उन पर पुरुषों की तुलना में अधिक होता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि महिलाओं के शरीर में अल्कोहल डिहाइड्रोजनेज (ADH) एंजाइम की मात्रा कम होती है, जो शराब को तोड़ने में मदद करता है।
महिलाओं पर शराब का प्रभाव
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के प्रोफेसर डॉन शुगरमैन के अनुसार, शराब पीने वाली महिलाओं को पुरुषों की तुलना में अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है क्योंकि वे शराब के प्रभाव के प्रति अधिक संवेदनशील होती हैं। शरीर में चर्बी शराब के प्रभाव को बढ़ाती है, जबकि पानी इसकी प्रभावशीलता को कम करता है। इस कारण से, महिलाओं में शराब का प्रभाव अधिक होता है।
जो महिलाएँ अधिक शराब का सेवन करती हैं, उन्हें इसकी लत लगने और स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करने की संभावना अधिक होती है। इसे टेलिस्कोपिंग कहा जाता है, जिसका अर्थ है कि महिलाएँ पुरुषों की तुलना में बाद में शराब पीना शुरू करती हैं, लेकिन जल्दी ही इसकी लत लग जाती है।
महिलाओं के स्वास्थ्य पर शराब का प्रभाव
महिलाओं पर शराब के प्रभाव के कारण उनके स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है। शराब के अधिक सेवन से लीवर की बीमारियाँ, दिल की समस्याएँ और कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, गर्भावस्था के दौरान शराब का सेवन भी समस्याएँ उत्पन्न कर सकता है, जैसे कि फीटल अल्कोहल सिंड्रोम।