मध्य प्रदेश में कर्मचारियों के डीए पर विवाद जारी, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में मिली मंजूरी

डीए पर चल रहा है विवाद
haryana update, DA Hike: छत्तीसगढ़ और राजस्थान के सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ते को मंजूरी मिल गई है, जबकि मध्य प्रदेश में इस पर अभी भी विवाद बना हुआ है। वित्त विभाग ने एक बार फिर आयोग को प्रस्ताव भेजा है, लेकिन कर्मचारियों और पेंशनरों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा। नई सरकार के गठन के बाद, चुनाव परिणाम 3 तारीख को आने हैं, इसलिए डीए पर निर्णय की संभावना कम है।
कर्मचारियों में बढ़ती नाराजगी
कर्मचारियों में नाराजगी बढ़ी
हाल के दिनों में, कर्मचारी और अधिकारी संगठनों ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया है कि उसने मतदान के दिन तक डीए भुगतान पर अस्थायी रोक लगा दी है। मध्य प्रदेश सरकार ने जानबूझकर कर्मचारियों के भत्ते के भुगतान में देरी की है, इसके लिए अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। जबकि राजस्थान में छत्तीसगढ़ को अनुमति दी गई है। यदि सरकार चाहती, तो चुनाव आयोग को फिर से पत्र लिखकर स्पष्टता मांग सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया, जिससे कर्मचारियों को हर महीने काफी नुकसान हो रहा है। महाराष्ट्र तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने कहा है कि राज्य सरकार को राजस्थान और छत्तीसगढ़ के बाद जल्द से जल्द कार्रवाई करनी चाहिए।
डीए में संभावित वृद्धि
46 प्रतिशत डीए की संभावना
वास्तव में, जुलाई 2025 से केंद्रीय कर्मचारियों के पेंशनभोगियों को 46% महंगाई भत्ता मिलने की उम्मीद है। अन्य राज्यों में इसे लागू किया गया है, जबकि मध्य प्रदेश में कर्मचारियों को वर्तमान में 42% डीए मिल रहा है। 4% की वृद्धि पर निर्णय होना बाकी है, जो इसे 42% से 46% तक ले जाएगा। यह जुलाई 2025 से लागू होने के कारण, जनवरी से नवंबर तक का भुगतान भी मिलेगा। 46% डीए वाले कर्मचारियों को 600 से 5700 रुपये का लाभ होगा, जिससे प्रदेश के 7 लाख से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों को फायदा होगा। एरियर और भत्ते मिलाकर सरकार पर लगभग 350 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।