मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और केरल के लिए ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी

चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और केरल के लिए ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी करने की तैयारी कर ली है। यह सूची उन मतदाताओं की संभावित जानकारी प्रदान करेगी, जिनके नाम अंतिम सूची में शामिल होने की संभावना है। मतदाता अपनी जानकारी की जांच कर सकेंगे और आवश्यकतानुसार सुधार की मांग कर सकेंगे। जानें इस प्रक्रिया के बारे में और क्या जानकारी मिलेगी।
 | 

चुनाव आयोग का नया कदम

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और केरल के लिए ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी


चुनाव आयोग मंगलवार को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और केरल के लिए ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी करने जा रहा है। यह सूची उन मतदाताओं की संभावित जानकारी प्रदान करेगी, जिनके नाम अंतिम सूची में शामिल होने की संभावना है।


हाल ही में, आयोग ने इन तीन राज्यों में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण की प्रक्रिया को पूरा किया है। आज सुबह जारी होने वाली ड्राफ्ट वोटर रोल से मतदाता अपनी जानकारी की जांच कर सकेंगे और आवश्यकतानुसार सुधार की मांग कर सकेंगे।


ड्राफ्ट रोल में क्या जानकारी मिलेगी?

ड्राफ्ट मतदाता सूची में आपको निम्नलिखित जानकारी मिलेगी:



  • आपका नाम

  • पता

  • मतदाता पहचान

  • यदि आपने कहीं और पंजीकरण कराया है

  • या यदि मृतक/पलायन कर चुका व्यक्ति सूची में दिखाई दे रहा है


इन सभी जानकारियों की संभावित प्रविष्टियाँ देखने को मिलेंगी।


चुनाव आयोग के निर्देशानुसार सभी सीईओ (CEO) और डीईओ (DEO) संबंधित मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को यह ड्राफ्ट सूची उपलब्ध कराएंगे। इसके अलावा, यह मसौदा सूची सीईओ और डीईओ की आधिकारिक वेबसाइटों पर भी अपलोड की जाएगी, जिससे आम मतदाता इसे आसानी से देख सकें।


डेडलाइन में विस्तार

मतदाता सूची की प्रक्रिया पहले 30 नवंबर तक पूरी होने वाली थी। लेकिन चुनाव आयोग ने दो बार डेडलाइन बढ़ाई है। पहली बार 30 नवंबर को 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में विशेष गहन पुनरीक्षण की अवधि बढ़ाई गई। यह अवधि पहले 11 दिसंबर तक थी, फिर इसे आगे बढ़ाया गया और अब ड्राफ्ट रोल जारी होने की स्थिति में है।


आगे की प्रक्रिया

यह ड्राफ्ट मतदाता सूची अंतिम नहीं है। जब यह जारी होगा, तब मतदाता अपनी जानकारी की जांच कर सकेंगे और यदि सुधार की आवश्यकता हो, तो आयोग को आपत्ति या सुधार के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद, उन आपत्तियों और सुझावों की समीक्षा के बाद अंतिम मतदाता सूची तैयार की जाएगी, जो आगामी चुनावों में उपयोग की जाएगी। यह गहन पुनरीक्षण यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि कोई भी योग्य मतदाता सूची से बाहर न रहे और चुनाव प्रक्रिया में सभी की भागीदारी सुनिश्चित हो सके।