मध्यप्रदेश में 'वंदे मातरम' की 150वीं वर्षगांठ का भव्य उत्सव

मध्यप्रदेश सरकार 'वंदे मातरम' की 150वीं वर्षगांठ का भव्य उत्सव 7 से 26 नवंबर तक मनाने जा रही है। इस दौरान प्रदेशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिसमें मुख्यमंत्री, मंत्री, और अन्य जनप्रतिनिधि शामिल होंगे। राजधानी भोपाल में शौर्य स्मारक पर कार्यक्रम की शुरुआत होगी, और हर जिले में 'वंदे मातरम' का पाठ किया जाएगा। जानें इस विशेष उत्सव के बारे में और अधिक जानकारी।
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7 नवंबर को प्रदेशभर में होंगे आयोजन

मध्यप्रदेश में 'वंदे मातरम' की 150वीं वर्षगांठ का भव्य उत्सव


भारत के राष्ट्रगीत 'वंदे मातरम' की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर मध्यप्रदेश सरकार ने प्रदेशभर में उत्सव मनाने की योजना बनाई है। भारतीय जनता पार्टी के 'वंदेमातरम-150' अभियान के तहत 7 से 26 नवंबर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खण्डेलवाल ने बताया कि यह गीत स्वतंत्रता संग्राम के दौरान देशभक्ति और मातृभूमि के प्रति समर्पण की भावना को जागृत करने वाला था।


राजधानी भोपाल में शौर्य स्मारक पर कार्यक्रम

यह कार्यक्रम 7 नवंबर को भोपाल के शौर्य स्मारक पर आयोजित होगा, जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी शामिल होंगे। प्रदेश के सभी मंत्री विभिन्न संभागों में कार्यक्रमों में भाग लेंगे। इसके साथ ही, विभिन्न जिलों में सांसदों और विधायकों की उपस्थिति में उत्सव का आयोजन किया जाएगा।


राष्ट्रव्यापी उत्सव 26 नवंबर तक चलेगा

यह अभियान 7 से 26 नवंबर तक चलेगा और हर जिले एवं शैक्षणिक संस्थानों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। 7 नवंबर को प्रदेश के 150 स्थानों पर कम से कम 150 व्यक्तियों द्वारा 'वंदे मातरम' का पाठ किया जाएगा। इसके अलावा, सेमिनार, प्रदर्शनी, साहित्यिक प्रतियोगिताएं, सोशल मीडिया अभियान और लेखन गतिविधियों का आयोजन भी किया जाएगा। हर कार्यक्रम के अंत में 'वंदे मातरम' का गायन होगा और स्वदेशी संकल्प लिया जाएगा।


दस विशेष स्थानों पर आयोजन

नर्मदापुरम, मुरैना, ग्वालियर, सागर, रीवा, शहडोल, जबलपुर, इंदौर और उज्जैन में विशेष आयोजन किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों में सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक, महापौर और अन्य वरिष्ठ अतिथि उपस्थित रहेंगे। इस वर्ष 'वंदे मातरम' की 150वीं वर्षगांठ को प्रदेश और देश में धूमधाम से मनाने की योजना है।