भारत में हानिकारक मसालों का खुलासा: कैंसरकारी केमिकल्स की पहचान

भारत में हानिकारक मसालों की पहचान
हाल ही में, विदेशों में भारत की दो प्रमुख कंपनियों के चार मसालों पर प्रतिबंध लगाया गया था, क्योंकि इनमें हानिकारक और कैंसर उत्पन्न करने वाले रसायन पाए गए थे। अब, भारत में भी पांच कंपनियों के मसालों में इसी तरह की समस्याएं सामने आई हैं।
हानिकारक मसालों की जानकारी
भारत के मसाले अपनी विशेषता के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध हैं। हाल ही में, हांगकांग और सिंगापुर में भारत की दो बड़ी कंपनियों के चार मसालों पर बैन लगाया गया, क्योंकि इनमें कैंसरकारी रसायनों की मात्रा अधिक थी। अब राजस्थान की पांच कंपनियों के सात मसाले भी खाने के लिए सुरक्षित नहीं पाए गए हैं।
खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण की चेतावनी
(FSSAI) ने बार-बार चेतावनी दी है कि खुले मसालों में मिलावट हो सकती है, लेकिन अब बड़े ब्रांडों पर भी भरोसा करना मुश्किल हो रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान सरकार ने 93 नमूनों की जांच की, जिसमें पांच प्रमुख भारतीय कंपनियों के मसाले असुरक्षित पाए गए।
खतरनाक रसायनों की पहचान
एमडीएच, एवरेस्ट, गजानंद, श्याम और शीबा ताजा के मसालों में हानिकारक रसायनों की मात्रा अधिक पाई गई। इन रसायनों का सेवन कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, MDH के गरम मसाले में acetamiprid, thiamethoxam और imidacloprid की मात्रा अधिक पाई गई।
Thiamethoxam के दुष्प्रभाव
Thiamethoxam एक कीटनाशक है, जिसका लंबे समय तक उपयोग करने से मस्तिष्क, जिगर और महिला प्रजनन स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान हो सकता है।
अन्य हानिकारक मसाले
एवरेस्ट का जीरा मसाला, श्याम का गरम मसाला, गजानंद का अचार मसाला और शीबा ताजा का रायता मसाला भी Acetamiprid, Thiamethoxam, Ethion और Azoxystrobin जैसे हानिकारक रसायनों से भरे हुए पाए गए।
कैंसर का खतरा
कीटनाशक हमेशा से मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक रहे हैं, लेकिन इनका खतरा सेवन की मात्रा और कार्सिनोजेनिक प्रभाव पर निर्भर करता है। अध्ययन के अनुसार, चूहों में Thiamethoxam लिवर कैंसर का खतरा बढ़ाता है। इसलिए, इन कीटनाशकों का अत्यधिक उपयोग मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकता है।