भारत ने पाकिस्तान को दी चेतावनी: आतंकवादी हमले को माना जाएगा युद्ध की कार्रवाई

भारत की कड़ी चेतावनी
आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने अपनी सीमाएं लांघ दी हैं। 9 और 10 मई की रात, पाकिस्तान ने एक बार फिर से अपने एयरबैस कैंप और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाते हुए ड्रोन और मिसाइलें दागी। भारतीय सेना की तत्परता के कारण, एयर डिफेंस ने समय पर इन मिसाइलों को नष्ट कर दिया। पाकिस्तान ने कायरता दिखाते हुए अपनी मिसाइल को दिल्ली की ओर छोड़ा, जिसे हरियाणा के सिरसा में गिराया गया। इसके बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के कई एयरबेस को नष्ट कर दिया।
आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख
भारत सरकार ने आतंकवाद को समर्थन देने वाले देशों, विशेषकर पाकिस्तान, को स्पष्ट चेतावनी दी है। रिपोर्ट के अनुसार, यदि भविष्य में कोई आतंकवादी हमला होता है, तो उसे भारत के खिलाफ 'एक्ट ऑफ वार' माना जाएगा। केंद्र सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि अब किसी भी आतंकवादी गतिविधि को हल्के में नहीं लिया जाएगा।
प्रधानमंत्री की उच्चस्तरीय बैठक
शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल हुए। यह बैठक तब हुई जब भारत ने पाकिस्तान के चार एयरबेस पर जवाबी हमले किए। भारतीय वायुसेना ने रफीकी, मुरिद, चकलाला और रहीम यार खान में स्थित पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए।
पाकिस्तान की उकसावे वाली हरकतें
विदेश सचिव विक्रम मिस्री और सेना की महिला अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी ने मीडिया को बताया कि पाकिस्तान लगातार उकसावे वाली गतिविधियों में लिप्त है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का झूठा प्रचार और गलत जानकारी फैलाने की कोशिशें अब बेनकाब हो चुकी हैं।