भारत की सुरक्षा के खिलाफ पाकिस्तान का डिजिटल दुष्प्रचार अभियान

पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ एक नया डिजिटल दुष्प्रचार अभियान शुरू किया है, जिसमें फर्जी वीडियो और तस्वीरों का उपयोग किया जा रहा है। यह अभियान भारत की सुरक्षा को चुनौती देने के लिए है, और इसमें झूठे दावे किए जा रहे हैं। जानें कि कैसे पाकिस्तान सोशल मीडिया पर फर्जी जानकारी फैलाकर अपनी छवि को सुधारने की कोशिश कर रहा है। इस नाजुक समय में, हर सूचना की सावधानीपूर्वक जांच करना आवश्यक है।
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भारत की सुरक्षा के खिलाफ पाकिस्तान का डिजिटल दुष्प्रचार अभियान

पाकिस्तान की आक्रामकता का सामना

भारत लगातार पाकिस्तान की आक्रामकता का मुकाबला करने के लिए प्रयासरत है। हाल ही में, भारत ने पाकिस्तान पर चौतरफा हमला किया है, जिससे पड़ोसी देश में चिंता का माहौल बन गया है। इस बीच, पाकिस्तान अब डिजिटल स्पेस में दुष्प्रचार अभियान चला रहा है, जिसका उद्देश्य भारत को नुकसान पहुंचाना है.


सोशल मीडिया पर फर्जी सामग्री का प्रसार

डीडी न्यूज के अनुसार, पाकिस्तान सोशल मीडिया पर फर्जी वीडियो और छेड़छाड़ की गई तस्वीरें साझा कर रहा है, ताकि वह अपने झूठे प्रोपेगेंडा को बढ़ावा दे सके। यह आतंक का कारखाना मीडिया को गुमराह करने और वैश्विक दृष्टिकोण को विकृत करने की कोशिश कर रहा है.


डिजिटल युद्ध में फर्जी खबरों का प्रचार

पाकिस्तान की यह निराशाजनक कोशिश डिजिटल युद्ध के मैदान में फर्जी खबरों को फैलाने की है। अब वह मजबूर होकर डिजिटल प्लेटफार्मों पर झूठी जानकारी और दुर्भावनापूर्ण सामग्री डालने लगा है। वैश्विक मीडिया में अपनी छवि को सुधारने के लिए, पाकिस्तान भारतीय सैनिकों को पकड़ने और भारतीय रक्षा प्रणालियों को नष्ट करने से संबंधित निराधार सामग्री का सहारा ले रहा है.


सोशल मीडिया पर वायरल फर्जी दावे

सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें यह दावा किया गया है कि पाकिस्तान में एक भारतीय महिला वायुसेना पायलट को पकड़ लिया गया है। इसके अलावा, पाकिस्तान समर्थक सोशल मीडिया खातों द्वारा 2016 की एक पुरानी तस्वीर को झूठे दावे के साथ साझा किया जा रहा है कि हिमालय क्षेत्र में तीन लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गए हैं. एक और झूठा दावा यह है कि एक भारतीय पायलट पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के ऊपर से लड़ाकू विमान से बाहर निकल आया है. यह सब पाकिस्तान की हताशा को दर्शाता है, जो आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देश के रूप में सामने आ रहा है. इस नाजुक समय में, सोशल मीडिया पर फैली हर सूचना की सावधानीपूर्वक जांच करना आवश्यक है.