बीएलओ के खिलाफ प्रदर्शन: चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप

बीएलओ अधिकार रक्षा मंच ने चुनाव आयोग के खिलाफ प्रदर्शन की योजना बनाई है, जिसमें गंभीर आरोप लगाए गए हैं। तृणमूल कांग्रेस ने बीएलओ पर अत्यधिक बोझ डालने का आरोप लगाया है, जिसके कारण एक बीएलओ अस्पताल में भर्ती हो गया। प्रदर्शन में शामिल लोग आयोग से काम का बोझ कम करने की मांग कर रहे हैं। इस बीच, एक बीएलओ की आत्महत्या ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पर चिंता जताई है, जबकि बीजेपी ने आरोपों को खारिज किया है। जानें पूरी कहानी में क्या हो रहा है।
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बीएलओ अधिकार रक्षा मंच का विरोध प्रदर्शन

बीएलओ की समस्याओं को लेकर एक समूह लगातार चुनाव आयोग के खिलाफ शिकायतें कर रहा है। राज्य में 'बीएलओ अधिकार रक्षा मंच' का गठन किया गया है, जो शनिवार के बाद रविवार को भी सड़कों पर उतरेगा। यह मंच बीएलओ की समस्याओं के खिलाफ आवाज उठाने के लिए सक्रिय है।


जुलूस की योजना

सोमवार को दोपहर 12 बजे कॉलेज स्ट्रीट से एक जुलूस शुरू होगा, जो आयोग के कार्यालय तक जाएगा। प्रदर्शनकारी वहां धरना देने की योजना बना रहे हैं। इस धरने में तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी को भी आमंत्रित किया जाएगा।


टीएमसी का चुनाव आयोग पर आरोप

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने चुनाव आयोग पर बीएलओ पर अत्यधिक बोझ डालने का आरोप लगाया है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि दक्षिण 24 परगना जिले में एक बीएलओ को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान काम के तनाव के कारण अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।


बीएलओ के परिवार की चिंता

बीएलओ कमल नस्कर के परिवार ने बताया कि वह मानसिक और शारीरिक तनाव में थे। उनके भाई, जो एक प्रधानाध्यापक हैं, ने कहा कि कमल ने 13 नवंबर को फॉर्म प्राप्त किए और उन्हें वितरित किया। उन्होंने बताया कि कमल रात भर जागकर डेटा अपलोड करते रहे और उन्हें 26 नवंबर तक यह काम पूरा करना था।


चुनाव आयोग के खिलाफ रैली

राज्य के बीएलओ का एक समूह रविवार को कॉलेज स्ट्रीट से सीईओ कार्यालय तक रैली निकालने की योजना बना रहा है। उनका कहना है कि उन्हें अमानवीय तनाव का सामना करना पड़ रहा है और चुनाव आयोग ने उनके काम का बोझ कम करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है।


टीएमसी नेता का बयान

टीएमसी नेता कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि कमल नस्कर काम के बोझ के कारण बीमार पड़े। उन्होंने कहा कि ड्यूटी के दौरान 14 मौतें हुई हैं और 5-6 अधिकारी गंभीर रूप से बीमार हैं।


बीएलओ की आत्महत्या का मामला

शनिवार को नदिया जिले में एक बीएलओ अपने घर पर फंदे से लटकी पाई गईं। उनके शव के पास एक कथित सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराया है।


मुख्यमंत्री का सवाल

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना पर सवाल उठाते हुए कहा कि और कितनी जानें जाएंगी? उन्होंने इस प्रक्रिया को लेकर चिंता व्यक्त की है।


बीजेपी का खंडन

बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने मुख्यमंत्री के आरोपों को खारिज किया और कहा कि अगर टीएमसी के नेताओं में हिम्मत है, तो उन्हें बीएलओ की मौत की सीबीआई जांच की मांग करनी चाहिए।