बिहार विधानसभा चुनाव: NDA ने महागठबंधन को दी करारी मात

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना ने NDA की अभूतपूर्व सफलता को दर्शाया है, जिसने महागठबंधन को करारी मात दी है। प्रारंभिक रुझानों के अनुसार, NDA ने 200 से अधिक सीटों पर बढ़त बनाई है, जबकि महागठबंधन केवल 32 सीटों पर सिमटता नजर आ रहा है। JDU ने 75 से अधिक सीटों पर आगे बढ़कर अपनी स्थिति मजबूत की है, जबकि BJP भी प्रमुख पार्टी बनकर उभरी है। तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव जैसे बड़े चेहरे पिछड़ते दिख रहे हैं। जानें इस चुनाव के प्रमुख परिणाम और राजनीतिक हलचल के बारे में।
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बिहार विधानसभा चुनाव की तस्वीर स्पष्ट

बिहार विधानसभा चुनाव: NDA ने महागठबंधन को दी करारी मात


बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना ने राजनीतिक परिदृश्य को लगभग स्पष्ट कर दिया है। प्रारंभिक रुझानों से लेकर दोपहर तक के अपडेट में NDA ने 200 से अधिक सीटों पर बढ़त बनाकर एकतरफा स्थिति हासिल की। इस चुनाव में न केवल गठबंधन की वापसी हुई है, बल्कि JDU और BJP के लिए यह परिणाम अलग-अलग मायनों में महत्वपूर्ण साबित हुए हैं। महागठबंधन के प्रमुख चेहरे जैसे तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव पिछड़ते नजर आ रहे हैं, जबकि NDA के उम्मीदवारों का प्रदर्शन अभूतपूर्व रूप से मजबूत रहा।


NDA की अभूतपूर्व सफलता, महागठबंधन को भारी नुकसान

बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से NDA 204 से अधिक सीटों पर आगे चल रहा है। यह 2020 के चुनाव की तुलना में 60-65 सीटों का बड़ा लाभ माना जा रहा है। दूसरी ओर, महागठबंधन केवल 32 सीटों पर सिमटता दिखाई दे रहा है, जिसमें RJD लगभग 26 सीटों पर और कांग्रेस केवल 4 सीटों पर आगे है। कांग्रेस ने इस बार 61 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उसका प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा।


JDU की मजबूती, BJP की शीर्ष स्थिति

पिछले चुनाव में 43 सीटों पर रुकने वाली JDU इस बार 75 से अधिक सीटों पर आगे है। यह दर्शाता है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में पार्टी ने ग्रामीण और अति-पिछड़ा वर्ग के क्षेत्रों में मजबूत वापसी की है। वहीं, BJP लगभग 94 सीटों पर आगे है और सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर रही है। इससे गठबंधन के भीतर शक्ति संतुलन में बदलाव स्पष्ट हो रहा है।


महत्वपूर्ण चेहरे पिछड़ते हुए, दिलचस्प मुकाबले

राघोपुर से तेजस्वी यादव पीछे चल रहे हैं, जबकि महुआ से उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव भी लगातार पिछड़ते जा रहे हैं। दूसरी ओर, NDA के कई प्रमुख उम्मीदवारों ने प्रारंभिक दौर से ही बढ़त बनाए रखी है।



  • सम्राट चौधरी तारापुर से आगे

  • मंत्री विजय चौधरी सरायरंजन से आगे

  • अलीनगर से भाजपा प्रत्याशी और भोजपुरी सिंगर मैथिली ठाकुर भी बढ़त बनाए हुए

  • छपरा से RJD प्रत्याशी खेसारी लाल पीछे

  • दानापुर से बाहुबली रीतलाल यादव पीछे

  • प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी और मुकेश सहनी की पार्टी का खाता खुलता नहीं दिख रहा।


रिकॉर्ड मतदान, शांतिपूर्ण मतगणना

इस बार चुनाव दो चरणों में हुए और 67.10% मतदान दर्ज किया गया, जो 2020 की तुलना में लगभग 10 प्रतिशत अधिक है। मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा बढ़ाई गई है। मोतिहारी, पटना और मुजफ्फरपुर में पुलिस की अतिरिक्त तैनाती की गई। मुजफ्फरपुर के कुढ़नी सीट पर RJD और BJP उम्मीदवारों के बीच हल्का विवाद हुआ, जिसे पुलिस ने शांत कराया।


राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ और हलचल

जैसे-जैसे NDA की बढ़त बढ़ी, भाजपा और JDU कार्यालयों में जश्न का माहौल बन गया। पटना में कार्यकर्ता ढोल-नगाड़े के साथ जुटे रहे। JDU ने सोशल मीडिया पर "नीतीश मुख्यमंत्री थे, हैं और रहेंगे" पोस्ट किया, लेकिन 20 मिनट बाद इसे हटा दिया गया। इससे जेडीयू के अंदरूनी आत्मविश्वास और राजनीतिक रणनीति को लेकर चर्चा तेज हो गई है। भाजपा नेताओं ने इसे "डबल इंजन सरकार पर जनता का भरोसा" बताया, जबकि RJD और कांग्रेस नेताओं ने EVM और गिनती की गति को लेकर सवाल उठाए।


सीटों पर अद्यतन

NDA के सभी 29 मंत्रियों ने बढ़त बनाए रखी।


लोजपा (आर) 28 सीटों में से 21 पर मजबूत बढ़त बनाए हुए है।


पूर्णिया की 7 में से 5 सीटों पर NDA आगे है।


बांका जिले की सभी 5 सीटों पर NDA बढ़त में है।