बिहार विधानसभा चुनाव: महागठबंधन में सीएम चेहरे को लेकर असमंजस

बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखें घोषित हो गई हैं, लेकिन महागठबंधन में सीएम चेहरे को लेकर असमंजस बना हुआ है। राजद तेजस्वी यादव को सीएम कैंडिडेट के रूप में पेश करना चाहती है, जबकि कांग्रेस इस पर सहमत नहीं है। उदित राज ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय दी है। जानें इस राजनीतिक खींचतान के पीछे की पूरी कहानी और क्या हो सकता है आगे।
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बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा

नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखें अब तय हो गई हैं। चुनाव आयोग ने मतदान के लिए 6 और 11 नवंबर की तारीखें निर्धारित की हैं, जबकि परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। पहले चरण की वोटिंग में अब एक महीने से भी कम समय बचा है, लेकिन दोनों प्रमुख राजनीतिक गठबंधनों के बीच सीटों के बंटवारे पर अभी भी सहमति नहीं बन पाई है।


महागठबंधन में सीएम चेहरे को लेकर विवाद

कांग्रेस और राजद के महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर खींचतान जारी है। राजद तेजस्वी यादव को सीएम कैंडिडेट के रूप में पेश करना चाहती है, लेकिन कांग्रेस इस पर सहमत नहीं है। कांग्रेस की ओर से तेजस्वी के सीएम चेहरे को खारिज करने की कोशिशें लगातार की जा रही हैं।


उदित राज का बयान

उदित राज ने भी तेजस्वी को सीएम कैंडिडेट बनाने की संभावनाओं को खारिज किया। जब उनसे पूछा गया कि क्या महागठबंधन तेजस्वी यादव को सीएम चेहरा घोषित करेगा, तो उन्होंने कहा कि वह राजद के लिए मुख्यमंत्री पद का चेहरा हो सकते हैं, लेकिन इंडिया ब्लॉक का सीएम फेस सामूहिक रूप से तय किया जाएगा।


तेजस्वी यादव का राजनीतिक सफर

तेजस्वी यादव, जो बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के पुत्र हैं, दो बार डिप्टी सीएम रह चुके हैं। उनकी माता राबड़ी देवी भी मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। तेजस्वी को 2020 में राजद को मिलने वाली 75 सीटों का श्रेय दिया जाता है। हालांकि, कांग्रेस लगातार तेजस्वी को सीएम बनाने की संभावना से मुंह मोड़ती नजर आ रही है।


राहुल गांधी का गोलमटोल जवाब

राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर सवाल का गोलमटोल जवाब दिया, जबकि तेजस्वी उनके बगल में बैठे थे। उन्होंने कहा कि ‘इंडिया ब्लॉक के सहयोगी दल बिना किसी तनाव के काम कर रहे हैं। हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे और परिणाम सकारात्मक होंगे।’