बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए का घोषणा पत्र आज होगा जारी

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए आज अपना घोषणा पत्र जारी करने जा रहा है, जिसमें शैक्षणिक और औद्योगिक विकास पर जोर दिया जाएगा। वहीं, महागठबंधन ने पहले ही अपने वादों का ऐलान किया है, जिसमें सरकारी नौकरी और अन्य योजनाएं शामिल हैं। जानें दोनों दलों के घोषणापत्र में क्या खास है और चुनावी रणनीतियों के बारे में।
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एनडीए का घोषणा पत्र जारी करने की तैयारी

बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में, एनडीए आज सुबह 9:30 बजे अपना घोषणा पत्र पेश करेगा। इस अवसर पर एनडीए के सभी प्रमुख नेता उपस्थित रहेंगे। हाल ही में पटना में मैनिफेस्टो कमेटी की एक बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें संकल्प पत्र के मुद्दों और वादों को अंतिम रूप दिया गया। इस संकल्प पत्र में एनडीए के सभी सहयोगी दलों के घोषणापत्र की महत्वपूर्ण बातें शामिल की गई हैं.


बिहार को औद्योगिक और शैक्षणिक केंद्र बनाने का वादा

एनडीए के घोषणा पत्र में बिहार को शैक्षणिक और औद्योगिक हब बनाने पर जोर दिया जा सकता है। इसके साथ ही, युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं की घोषणा की जा सकती है। बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होंगे, जबकि परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। बीजेपी और जेडीयू 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, जबकि चिराग पासवान की पार्टी 29, हम और राष्ट्रीय लोक दल 6-6 सीटों पर चुनाव में शामिल होंगे.


महागठबंधन का घोषणा पत्र और तेजस्वी यादव का बयान

महागठबंधन ने 28 अक्टूबर को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपना साझा घोषणा पत्र जारी किया था, जिसमें कई वादों का उल्लेख किया गया है। इसमें कहा गया है कि 20 दिन के भीतर सरकारी नौकरी देने के साथ-साथ अन्य कई वादे किए गए हैं। सभी जीविका दीदियों को स्थायी किया जाएगा और उन्हें सरकारी नौकरी का दर्जा दिया जाएगा, साथ ही उनका वेतन 30,000 रुपये प्रति माह किया जाएगा.


घोषणा पत्र जारी करते हुए महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारा लक्ष्य केवल सरकार बनाना नहीं है, बल्कि बिहार के विकास में योगदान देना है। वहीं, VIP के प्रमुख और महागठबंधन के उपमुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार मुकेश सहनी ने कहा कि हमें अगले 30-35 वर्षों तक बिहार की जनता की सेवा करनी है और जो संकल्प हमने लिया है, उसे पूरा करेंगे.