बिहार में गर्भवती नौकरी सेवा का खुलासा: महिलाओं का शोषण करने वाला गिरोह गिरफ्तार

बिहार पुलिस ने एक अनोखे और घिनौने अपराध का पर्दाफाश किया है, जिसमें महिलाओं को गर्भवती करने के लिए मोटी रकम का लालच दिया जा रहा था। यह मामला नवादा जिले के कहुआरा गांव से संबंधित है, जहां साइबर अपराधियों का एक गिरोह 'ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब सर्विस' नाम से धोखाधड़ी कर रहा था। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और मामले की गहन जांच कर रही है। जानें इस घोटाले का पूरा विवरण और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
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बिहार में गर्भवती नौकरी सेवा का खुलासा: महिलाओं का शोषण करने वाला गिरोह गिरफ्तार

बिहार पुलिस ने किया अनोखे अपराध का खुलासा


गर्भवती नौकरी सेवा का मामला: बिहार पुलिस ने एक गंभीर और अनैतिक अपराध का पर्दाफाश किया है, जिसमें महिलाओं को गर्भवती करने के लिए मोटी रकम का लालच दिया जा रहा था। यह मामला नवादा जिले के नारदीगंज उपखंड के कहुआरा गांव से सामने आया, जहां कुछ साइबर अपराधी 'ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब सर्विस' नामक धोखाधड़ी का नेटवर्क चला रहे थे।


पुलिस के अनुसार, यह गिरोह महिलाओं को गर्भवती करने के लिए 10 लाख रुपये की पेशकश करता था। यदि प्रक्रिया सफल नहीं होती, तो भी ये अपराधी ग्राहकों को 50,000 से 5 लाख रुपये तक का भुगतान करने का वादा करते थे। यह एक अत्यंत खतरनाक घोटाला था, जिसमें न केवल महिलाओं का शोषण किया जा रहा था, बल्कि ग्राहकों से भी भारी धनराशि वसूली जा रही थी।


पुलिस ने गिरोह का किया भंडाफोड़

गिरफ्तारी की जानकारी: पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान प्रिंस राज, भोला कुमार और राहुल कुमार के रूप में हुई है। पुलिस उपाधीक्षक इमरान परवेज ने बताया कि यह गिरोह फेसबुक पर विज्ञापन डालकर लोगों को अपने जाल में फंसाता था। इसके बाद, इन अपराधियों ने रजिस्ट्रेशन और होटल बुकिंग के नाम पर संभावित ग्राहकों से पैन कार्ड, आधार कार्ड और सेल्फी जैसी व्यक्तिगत जानकारी इकट्ठा की और उन्हें धोखा दिया।


पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से छह मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं, जिनसे व्हाट्सएप चैट, ग्राहकों की तस्वीरें, ऑडियो रिकॉर्डिंग और बैंक ट्रांजेक्शन की जानकारी प्राप्त की गई।


घोटाले का तरीका

कैसे काम करता था गिरोह: इस घोटाले का modus operandi यह था कि ये अपराधी फेसबुक पर विज्ञापन डालते थे, जिससे लोग आकर्षित होकर कॉल करते थे। इसके बाद, रजिस्ट्रेशन के नाम पर पैन कार्ड, आधार कार्ड और सेल्फी जैसी जानकारी ली जाती थी। इसके बाद, आरोपियों ने होटल बुकिंग और अन्य सेवाओं का लालच देकर लोगों से पैसे ऐंठे।


पुलिस ने इस गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है, और इस मामले में और भी लोगों के शामिल होने की संभावना है। पुलिस अधिकारी इमरान परवेज ने कहा, 'यह एक घिनौना अपराध था, जिसमें महिलाओं को धोखा दिया जा रहा था और उन्हें शोषण के लिए मजबूर किया जा रहा था। हम मामले की जांच कर रहे हैं और इन अपराधियों को सख्त सजा दिलाने की कोशिश करेंगे।'