बहराइच में परिवारिक हत्या का दिल दहला देने वाला मामला

बहराइच जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना में अनिरुद्ध कुमार ने अपने भाई की हत्या के बाद उसकी पत्नी और तीन बेटियों को भी मार डाला। यह मामला जमीन के लालच से जुड़ा हुआ है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन जांच अभी जारी है। इस घटना ने पूरे इलाके में खौफ का माहौल बना दिया है। जानें इस खौफनाक अपराध की पूरी कहानी और इसके पीछे के राज़।
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खौफनाक हत्या की कहानी

बहराइच जिले के मोतीपुर थाना क्षेत्र के रामईपुरवा दाखिला पकड़िया दीवान गांव से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। अनिरुद्ध कुमार ने अपने परिवार को गहरे दुख में डाल दिया। यह कहानी एक खून से सनी हुई है, जिसमें उसने पहले अपने भाई की हत्या की, फिर उसी भाई की पत्नी सुमन से विवाह किया और अंत में अपनी तीन छोटी बेटियों के साथ अपनी भाभी सुमन को नदी में फेंककर मार डाला।


पुलिस को मिली सूचना

इस दुखद घटना का खुलासा तब हुआ जब मृतका की मां ने पुलिस को शिकायत दी। उन्होंने बताया कि अनिरुद्ध ने अपनी पत्नी सुमन और तीन नातिनों – अपनी दो बेटियों अंशिका और लाडो, तथा अपने भाई की बेटी नंदिनी को जान से मारने की योजना बनाई। इस गुमशुदगी की सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और गहन जांच में जुट गई। आज पुलिस ने अनिरुद्ध कुमार को गिरफ्तार किया और कड़ी पूछताछ के दौरान उसने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया।


जमीन के लालच का मामला

इस पूरे मामले की जड़ जमीन के लालच में छिपी हुई है। अनिरुद्ध का इरादा इस खूनी खेल को खेलने का था, जिसके कारण उसकी पूरी परिवार की बलि चढ़ गई। उसकी स्वार्थी सोच ने परिवार के सभी सदस्यों को मौत के मुंह में धकेल दिया। इस भयानक घटना ने पूरे इलाके में खौफ का माहौल बना दिया है।


जांच जारी

पुलिस की जांच अभी जारी है, लेकिन प्रारंभिक तथ्यों से यह स्पष्ट हो रहा है कि इस हत्या के पीछे गहरे राज़ हैं। मृतकों के परिवार और आस-पास के लोग अभी भी सदमे में हैं। यह विश्वास करना कठिन है कि किसी ने अपने खून के रिश्तों को इतनी बेरहमी से समाप्त कर दिया।


न्याय की मांग

यह घटना न केवल मानवता के खिलाफ एक अपराध है, बल्कि न्याय की मांग को भी बढ़ा देती है। यह यातना, विश्वासघात और धोखे के ऐसे काले अध्याय की कहानी है, जिसे समाज कभी नहीं भुला सकता। बहराइच की इस हत्या कांड में कई सवाल हैं, जिनके जवाब मिलना आवश्यक है ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोका जा सके।