प्रेमानंद महाराज ने स्वास्थ्य अफवाहों पर दी सफाई, भक्तों से की सच्ची जानकारी साझा करने की अपील
प्रेमानंद महाराज का स्पष्टीकरण
प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज ने हाल ही में सोशल मीडिया पर उनके स्वास्थ्य को लेकर फैल रही अफवाहों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि कुछ वीडियो और समाचार अत्यधिक वायरल हो गए हैं, और भावनाओं के साथ छेड़छाड़ करना अनुचित है। महाराज ने फेक न्यूज फैलाने वालों को चेतावनी दी और भक्तों से सही जानकारी साझा करने की अपील की। उन्होंने बताया कि भावनाओं के साथ खेलना भागवतिक अपराध है और केवल सच्ची खबर ही समाज के लिए महत्वपूर्ण है.
सोशल मीडिया पर अफवाहों का खंडन
संत प्रेमानंद महाराज ने भक्तों से मुलाकात के दौरान बताया कि सोशल मीडिया पर उनकी सेहत को लेकर कई झूठी खबरें फैली हुई हैं। कुछ लोग यह दावा कर रहे थे कि उनकी स्थिति गंभीर है। इस पर महाराज ने मुस्कुराते हुए कहा, "हम इतने गंभीर नहीं थे, कुछ ज्यादा ही कर दिया। ऐसा वीडियो बनाने वालों को समझना चाहिए कि यह भागवतिक अपराध है। इससे हजारों लोगों को दुख होता है। व्यूज़ तो पैसे दे सकते हैं, लेकिन अपराध से मुक्त नहीं कर सकते। यह भाव का खेल है, इसमें गेम नहीं खेलना चाहिए."
भावनाओं के साथ नहीं खेला जाना चाहिए
महाराज ने कहा कि उनके फोटो और वीडियो के साथ की गई एडिटिंग लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि जो लोग ऐसा कर रहे हैं, उनके लिए इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। "भक्तों के अंदर जो इससे दुख पहुंचता है, उसके परिणाम में जो ये करता है उसके लिए दुखदायी हो जाएगा। सही जानकारी ही समाज को देनी चाहिए।"
भक्तों के लिए संदेश
प्रेमानंद महाराज ने सभी भक्तों से अपील की कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी अफवाह पर भरोसा न करें और केवल सत्यापित जानकारी साझा करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह श्रद्धा और भक्ति का मार्ग है और भावनाओं के साथ छेड़छाड़ करना गंभीर दंडनीय अपराध है.