पूर्णिया में देह व्यापार रैकेट का भंडाफोड़, 11 नाबालिगों को बचाया गया

पूर्णिया में एक सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है, जिसमें 11 नाबालिग लड़कियों को बचाया गया। गैंग का सरगना आफताब है, जिसने हिन्दू नाम अपनाकर लड़कियों को फंसाया। पुलिस ने 32 लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन मुख्य आरोपी अभी भी फरार है। जानें इस मामले की पूरी कहानी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
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पूर्णिया में देह व्यापार रैकेट का भंडाफोड़, 11 नाबालिगों को बचाया गया

पूर्णिया में सेक्स रैकेट का पर्दाफाश

 बिहार के पूर्णिया में एक गैंग का खुलासा हुआ है, जो हिन्दू लड़कियों को देह व्यापार में धकेल रहा था।


इस रैकेट का मुख्य आरोपी आफताब है, जो अंकित तिवारी के नाम से पहचान बना रहा था। उसके साथ मौसम और शाकिब जैसे अन्य लोग भी शामिल थे, जिन्होंने भी फर्जी हिन्दू नाम अपनाए थे।


मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 29 जनवरी 2025 को कटिहार मोड़ क्षेत्र में की गई छापेमारी में 11 नाबालिग लड़कियों को बचाया गया। इस कार्रवाई में कुल 32 लोग गिरफ्तार हुए, जिनमें 6 पुरुष और 26 महिलाएँ शामिल हैं।


एक पीड़िता ने बताया कि गैंग का सरगना आफताब खान था, जिसने एक थार गाड़ी खरीदी थी और उस पर 'जय बजरंग बली' लिखा हुआ था।


आफताब ने खुद को कट्टर हिन्दू बताकर लड़कियों को शादी का झांसा देकर फंसाया और फिर उन्हें देह व्यापार में धकेल दिया। उसके साथ तीन अन्य लोग भी थे, जिन्होंने मुस्लिम नाम बदलकर हिन्दू नाम रखे थे।


इनमें से एक, मोहम्मद शाकिब, ने राजीव साह नाम अपनाया और लड़कियों को लाकर उन्हें देह व्यापार में लगाता था। मौसम खान ने ऋषभ साह नाम रखा और वह गलत नंबर से लड़कियों से दोस्ती करता था।


इस गैंग में एक महिला, जुबैदा, भी शामिल है, जिसने कैटरीना नाम रखा है। ये लोग लड़कियों से एक रात के लिए ₹10,000 तक लेते थे और उन्हें दूसरे राज्यों में बेचते थे।


पुलिस ने रेस्क्यू की गई नाबालिग लड़कियों को बाल सुधार गृह भेज दिया है, जबकि अन्य आरोपियों को जेल में डाल दिया गया है। आफताब अभी भी फरार है और उसकी तलाश जारी है।