पारदर्शी परीक्षा आयोजित कराना सोरेन सरकार के बस की बात नहीं, घोटालों में बनाया कीर्तिमान : अमर कुमार बाउरी
रांची, 27 सितंबर (आईएएनएस)। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित संयुक्त स्नातक स्तर परीक्षा में अनियमितता की शिकायत के बाद झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने जांच के आदेश दिए हैं।
इस संबंध में राज्यपाल ने मुख्यमंत्री सोरेन और झारखंड कर्मचारी चयन आयोग को पत्र लिखा है।
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए भाजपा नेता और झारखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता अमर कुमार बाउरी ने कहा कि, पारदर्शी परीक्षा आयोजित कराना सोरेन सरकार के बस की बात नहीं है। 'तुमसे ना हो पाएगा' एक बड़ा अच्छा मीम चलता है। वो मौजूदा सरकार पर फिट बैठता है। इनको भी अब मान लेना चाहिए की परीक्षा कराना इनके बस की बात नहीं है। इनके लिए कोयला चोरी करना, बालू चोरी करना और उसकी तस्करी करना, इनके बस की बात है। इन्होंने इसमें पीएचडी कर रखी है।
उन्होंने आगे कहा कि, झारखंड की जनता को लूटने का इन्होंने नया कीर्तिमान बनाया है। जनता के मुद्दों पर काम हो, इसके लिए सूबे में भाजपा की सरकार बनाना जरूरी है। ये दुर्भाग्य की बात है कि सोरेन सरकार युवाओं के रोजगार के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने नौकरियों को बेचने का काम किया है। इसके सबूत प्रदेश की जनता के सामने हैं।
वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने झारखंड के युवाओं से वादा किया है कि भाजपा की सरकार बनते ही कैबिनेट की पहली बैठक में 2 लाख 87 हजार 400 रिक्त पदों पर नियुक्ति का निर्णय लिया जाएगा। लातेहार जिले के महुआडांड़ में भाजपा की 'परिवर्तन यात्रा' के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा जो कहती है, वह करके दिखाती है।
उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार ने पहले ही साल एक लाख नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन युवाओं को एक धेला नहीं दिया। पेपर लीक से 17-17 बार परीक्षा कैंसिल हुए। जेएमएम झारखंड मुक्ति मोर्चा नहीं, पेपर लीक मोर्चा बन गई है। झारखंड में दलाल नौजवानों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
--आईएएनएस
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