
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के एक सांसद ने संसद में यह दावा किया है कि बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के पास आत्मघाती हमलावरों की इतनी बड़ी संख्या है कि उसने नई भर्ती पर रोक लगा दी है। इस बयान के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। नेशनल पार्टी के सांसद फुलैन बलूच ने कहा कि बलूचिस्तान में सुरक्षा की स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि निर्वाचित प्रतिनिधि अपने निर्वाचन क्षेत्रों में सुरक्षित नहीं रह सकते। उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय प्रतिनिधियों को सशक्त बनाने और क्षेत्र के मुद्दों को हल करने के लिए “वास्तविक चुनाव” कराना आवश्यक है।
हाल ही में बलूचिस्तान में एक बम धमाका हुआ है, जिसकी जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली है। अधिकारियों के अनुसार, इस विस्फोट में फ्रंटियर कोर (एफसी) के 7 जवान मारे गए और 12 अन्य घायल हुए हैं। बीएलए का दावा है कि मृतकों की संख्या अधिक है। वीडियो फुटेज में एक बस में बम विस्फोट का दृश्य देखा जा सकता है। नोशकी के स्टेशन हाउस ऑफिसर ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि यह एक आत्मघाती हमला था।
सांसद बलूच ने यह भी कहा कि अब बलूचों का आंदोलन आदिवासी नेतृत्व से दूर हो गया है और शिक्षित युवा, जैसे डॉक्टर और प्रोफेसर, इसका नेतृत्व कर रहे हैं। रिपोर्टों के अनुसार, ये युवा पाकिस्तान में हमलों की योजना बना रहे हैं। बलूच ने चेतावनी दी कि बलूचिस्तान में जबरन गायब होने वाले युवाओं का मुद्दा गंभीर है। उन्होंने एक मामले का उल्लेख किया जिसमें एक युवक 11 साल तक लापता रहा और उसके बाद उसके घर से तीन आत्मघाती हमलावर निकले।