नर्सिंग महाविद्यालयों की संबद्धता प्रक्रिया जनवरी में शुरू होने की उम्मीद

अंचल के नर्सिंग महाविद्यालयों को संबद्धता देने की प्रक्रिया जनवरी में शुरू होने की उम्मीद है। पिछले एक साल से रुकी हुई इस प्रक्रिया के लिए तैयारियाँ चल रही हैं। जीवाजी विश्वविद्यालय को संबद्धता देने का कार्य सौंपा गया है, और प्रोफॉर्मा तैयार किया जा रहा है। जानें इस महत्वपूर्ण विकास के बारे में अधिक जानकारी।
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संबद्धता प्रक्रिया की तैयारी

नर्सिंग महाविद्यालयों की संबद्धता प्रक्रिया जनवरी में शुरू होने की उम्मीद


अंचल के नर्सिंग महाविद्यालयों को संबद्धता प्रदान करने की प्रक्रिया जनवरी में आरंभ होने की संभावना है। इसके लिए आवश्यक तैयारियाँ चल रही हैं। पिछले एक वर्ष से यह मामला रुका हुआ था, लेकिन अब जनवरी में इसे शुरू करने की उम्मीद जताई जा रही है। प्रोफॉर्मा तैयार करने का कार्य जारी है, और जैसे ही यह तैयार होगा, संबद्धता प्रक्रिया से संबंधित अधिसूचना जारी की जाएगी।


संघर्ष के बाद मिली सफलता

यह ध्यान देने योग्य है कि जबलपुर स्थित आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय पहले नर्सिंग महाविद्यालयों को संबद्धता देने का कार्य करता था। हालाँकि, विश्वविद्यालय में कुछ समस्याएँ सामने आने के बाद इस प्रक्रिया में बदलाव किया गया। अब जीवाजी विश्वविद्यालय को नर्सिंग महाविद्यालयों को संबद्धता देने और परीक्षाएँ आयोजित करने का कार्य सौंपा गया है। उच्च शिक्षा विभाग ने जीवाजी विश्वविद्यालय को निर्देश दिए हैं कि इस प्रक्रिया को शीघ्रता से शुरू किया जाए।


इस दिशा में 20 दिसंबर को आयोजित कार्यपरिषद की बैठक में पूर्ववर्ती विश्वविद्यालय के अनुसार संबद्धता प्रक्रिया को आगे बढ़ाने पर सहमति बनी। इसके बाद जीवाजी विश्वविद्यालय ने संबद्धता आवेदन के प्रोफॉर्मा को तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह प्रोफॉर्मा दिसंबर के अंत तक तैयार हो जाएगा, और जनवरी के पहले सप्ताह में आवेदन करने की अधिसूचना जारी की जाएगी।


राजीव मिश्रा, कुलसचिव, जीवाजी विश्वविद्यालय ने कहा, “कार्यपरिषद ने आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय की संबद्धता संबंधी प्रक्रिया को मान्यता दे दी है। अब जल्द ही आवेदन जमा करने के लिए अधिसूचना जारी की जाएगी।”