नया रेलवे डिवीजन बनाकर जम्मू-कश्मीर में रेल कनेक्टिविटी को बेहतर किया जाएगा

फिरोजपुर, 6 जनवरी (आईएएनएस)। पंजाब के फिरोजपुर से अलग करके एक नया रेलवे डिवीजन बनाया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में रेल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना है। यह नया डिवीजन 742 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला होगा, जिसमें यूएसबीआरएल परियोजना भी शामिल है, जो एक महत्वपूर्ण उपक्रम है।
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नया रेलवे डिवीजन बनाकर जम्मू-कश्मीर में रेल कनेक्टिविटी को बेहतर किया जाएगा

फिरोजपुर, 6 जनवरी (आईएएनएस)। पंजाब के फिरोजपुर से अलग करके एक नया रेलवे डिवीजन बनाया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में रेल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना है। यह नया डिवीजन 742 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला होगा, जिसमें यूएसबीआरएल परियोजना भी शामिल है, जो एक महत्वपूर्ण उपक्रम है।

पहले फिरोजपुर मंडल काफी दूर था और किसी भी योजना या कार्य को लागू करने के लिए फिरोजपुर की यात्रा करनी पड़ती थी। अब, नए डिवीजन के बनने से यह समस्या हल हो जाएगी।

जब भी कोई नया रेलवे डिवीजन बनता है, तो यह न केवल रेल सेवाओं को बेहतर बनाता है, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा देता है। नए डिवीजन की स्थापना से इस क्षेत्र में पर्यटन को भी महत्वपूर्ण बढ़ावा मिल सकता है।

उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार वर्मा ने इस संबंध में मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि यह जो परियोजना है, उसका मुख्य ध्यान जम्मू और कश्मीर में रेलवे गतिविधियों पर है। इसमें जम्मू डिवीजन के अंतर्गत लगभग 742 किलोमीटर का रेलवे नेटवर्क कवर किया जाएगा, जो पठानकोट से जालंधर, बटाला से पठानकोट, नेहरू गज, पठानकोट से जोगिंदर नगर, और जम्मू से लेकर श्रीनगर तक के हिस्से को शामिल करेगा। इस नेटवर्क के द्वारा जम्मू कश्मीर के सभी क्षेत्रों को बेहतर तरीके से कवर किया जा सकेगा, क्योंकि जम्मू एक केंद्रीय स्थान है और यहां से कई प्रमुख क्षेत्रों तक कनेक्टिविटी है।

उन्होंने कहा कि इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना है, जिससे पर्यटन और व्यापार का विकास हो सके। जम्मू कश्मीर में रेल नेटवर्क का विस्तार होने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। खासकर कश्मीर जैसे क्षेत्र में, जहां पर्यटक आते हैं, वहां स्थानीय खर्चे और रोजगार के मौके बढ़ेंगे।

उन्होंने आगे कहा कि जम्मू में रेल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 460 करोड़ रुपये की लागत से डीआरएम ऑफिस, कॉलोनी, खेल सुविधाएं और नियंत्रण कार्यालय बनाया जाएगा। इसके अलावा, पांच प्रमुख स्थानों पर गूड्स सेट बनाए जाएंगे, जो ट्रैफिक जेनरेट करेंगे और गतिविधियों को बढ़ावा देंगे।

महाप्रबंधक ने कहा कि इससे पहले, 2003 में कश्मीर में रेल परियोजना की शुरुआत हुई थी। लेकिन, अब यह काफी विकसित हो चुकी है और बड़े पैमाने पर कार्य किए गए हैं। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा। जम्मू की कनेक्टिविटी पहले से ही दिल्ली और अन्य प्रमुख शहरों से अच्छी है, और अब इस नए रेलवे नेटवर्क से कनेक्टिविटी और बेहतर होगी।

उन्होंने आगे कहा कि कटरा एक महत्वपूर्ण स्थल है, वहां भी रेल कनेक्टिविटी सुधरेगी, जिससे यात्रा की सुविधा में सुधार होगा। कश्मीर में नई रेल लाइन के लिए एक नया सर्वे चल रहा है, और उसमें 17 किलोमीटर का एक सेक्शन, जो कटरा से रियासी के बीच है, पहले तकनीकी कारणों से बचा हुआ था, अब पूरा हो चुका है। अगले कुछ दिनों में इसकी जांच की जाएगी, और इसके बाद ट्रेन संचालन की शुरुआत की जाएगी। इस पूरे प्रोजेक्ट से जम्मू कश्मीर में न केवल रेल नेटवर्क का विस्तार होगा, बल्कि इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था, रोजगार, और कनेक्टिविटी में भी काफी सुधार होगा।

--आईएएनएस

एसएचके/जीकेटी