दुनिया की सबसे महंगी जमीन: 4 गज की कीमत 600 करोड़ रुपये!

इस लेख में हम दुनिया की सबसे महंगी भूमि की कहानी पर चर्चा करेंगे, जो गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों से जुड़ी है। जानें कि कैसे राजा टोडरमल ने मुगलों से 4 गज भूमि खरीदी और आज इसकी कीमत 600 करोड़ रुपये है। इसके अलावा, हम भूमि की कीमतों में वैश्विक वृद्धि के बारे में भी जानकारी देंगे, जो आम आदमी के लिए भूमि खरीदना मुश्किल बना रही है।
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दुनिया की सबसे महंगी जमीन: 4 गज की कीमत 600 करोड़ रुपये!

महंगी जमीन का बढ़ता आकर्षण


आजकल, भूमि की कीमतों में निरंतर वृद्धि के चलते, लोग अधिक से अधिक भूमि में निवेश करने का निर्णय ले रहे हैं। यह निवेश का तरीका हमेशा से सुरक्षित और लाभकारी माना गया है। चाहे शहरी क्षेत्र हो या ग्रामीण, हर जगह भूमि की कीमतें बढ़ रही हैं, जिससे यह निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन गया है।


धरती की सबसे महंगी भूमि की कहानी

दुनिया की सबसे महंगी भूमि की कहानी गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों, साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह से जुड़ी हुई है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, जब इन साहिबजादों ने इस्लाम स्वीकार करने से इनकार किया, तो मुगलों ने इन्हें दीवार में चिनवा दिया। बाद में, मुगलों ने उनके अंतिम संस्कार के लिए स्थान नहीं दिया, तब राजा टोडरमल ने मुगलों से 4 गज भूमि खरीदने का निर्णय लिया। उस समय राजा ने 78,000 सोने के सिक्के मुगलों को दिए थे। आज, इन सिक्कों की कीमत लगभग 4 अरब रुपये आंकी जाती है, जिससे यह 4 गज की भूमि दुनिया की सबसे महंगी मानी जाती है।


दुनिया में भूमि की बिक्री की ऊंचाई

भूमि की कीमतों में वृद्धि केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर भी देखी जा रही है। उदाहरण के लिए, फरवरी 2021 में हॉन्गकॉन्ग में 1.25 एकड़ का एक प्लॉट 935 मिलियन डॉलर में बेचा गया था। यह बिक्री उस समय दुनिया का सबसे महंगा प्लॉट माना गया। इस घटना ने यह साबित कर दिया कि कुछ स्थानों पर भूमि की कीमतें असाधारण रूप से बढ़ चुकी हैं, जिससे आम आदमी के लिए भूमि खरीदना कठिन होता जा रहा है।