डाकघर मासिक आय योजना: सुरक्षित निवेश का एक विकल्प

डाकघर मासिक आय योजना (POMIS) एक सरकारी समर्थित निवेश विकल्प है, जो सुरक्षित और स्थिर मासिक आय की तलाश करने वालों के लिए उपयुक्त है। इस योजना के तहत, निवेशक 5 साल के लिए एकमुश्त राशि जमा करते हैं और हर महीने ब्याज प्राप्त करते हैं। वर्तमान ब्याज दर 7.4% है। जानें इस योजना के सभी विवरण, जैसे खाता खोलने की प्रक्रिया, ब्याज की गणना और परिपक्वता के बाद की प्रक्रिया।
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डाकघर मासिक आय योजना: सुरक्षित निवेश का एक विकल्प

डाकघर मासिक आय योजना का परिचय


डाकघर मासिक आय योजना (POMIS) एक सरकारी समर्थित निवेश योजना है, जिसे भारतीय डाक द्वारा पेश किया गया है। यह योजना उन व्यक्तियों के लिए बनाई गई है जो सुरक्षित, स्थिर और विश्वसनीय मासिक आय की तलाश में हैं। हर तिमाही, सरकार POMIS की ब्याज दरों में संशोधन करती है, जो अन्य छोटी बचत योजनाओं के साथ होती है।


डाकघर मासिक आय योजना की ब्याज दर

नवीनतम ब्याज दर क्या है?


2025 की पहली तिमाही के लिए मासिक ब्याज दर 7.4% प्रति वर्ष निर्धारित की गई है। यह ब्याज खाता खोलने की तिथि से लेकर महीने के अंत तक और परिपक्वता तक दिया जाएगा।


वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग द्वारा 31 दिसंबर, 2024 को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही के लिए ब्याज दरें अपरिवर्तित रहेंगी।


डाकघर मासिक आय योजना का विवरण

इस योजना के अंतर्गत, निवेशक 5 साल की अवधि के लिए एकमुश्त राशि जमा करते हैं और पूर्व-निर्धारित दर पर मासिक ब्याज प्राप्त करते हैं। अवधि समाप्त होने पर, मूल राशि पूरी तरह से वापस की जाती है। POMIS सेवानिवृत्त व्यक्तियों, वरिष्ठ नागरिकों और जोखिम से बचने वाले निवेशकों के बीच विशेष रूप से लोकप्रिय है।


मासिक आय योजना खाता न्यूनतम 1000 रुपये से खोला जा सकता है। व्यक्तिगत POMIS खाते में अधिकतम 9 लाख रुपये और संयुक्त खाते में 15 लाख रुपये तक निवेश किया जा सकता है। एक व्यक्ति कई POMIS खाते खोल सकता है, लेकिन सभी खातों में कुल जमा राशि 9 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।


अतिरिक्त राशि जमा करने पर क्या होगा?

यदि कोई अतिरिक्त राशि जमा की जाती है, तो वह वापस कर दी जाएगी और उस पर लागू ब्याज दर डाकघर बचत खाते की ब्याज दर होगी।


ब्याज खाता खोलने की तिथि से एक महीने की अवधि से परिपक्वता तक मासिक भुगतान किया जाएगा। अर्जित ब्याज आयकर स्लैब के अनुसार कर योग्य है।


परिपक्वता के बाद की प्रक्रिया

5 साल के बाद, खाता बंद करने के लिए डाकघर में आवेदन पत्र और पासबुक जमा करनी होगी। मूल राशि वापस कर दी जाएगी।


यदि खाताधारक की मैच्योरिटी से पहले मृत्यु हो जाती है, तो खाता बंद कर दिया जाएगा और निवेश की गई राशि नॉमिनी या कानूनी वारिस को लौटाई जाएगी। पोस्ट ऑफिस की वेबसाइट के अनुसार, पैसे निकालने से पहले महीने तक ब्याज मिलेगा।


हर महीने कितना मिलेगा?

यदि सुरेश 9 लाख रुपये का व्यक्तिगत खाता खोलते हैं, तो उन्हें 5 साल के लिए 7.4% की दर से हर महीने 5,550 रुपये ब्याज के रूप में मिलेंगे। मैच्योरिटी पर उन्हें 9 लाख रुपये की पूरी राशि वापस मिलेगी।


अगर सुरेश और उनकी पत्नी प्रिया मिलकर 15 लाख रुपये का संयुक्त खाता खोलते हैं, तो उन्हें हर महीने 9,250 रुपये मिलेंगे और मैच्योरिटी पर पूरी राशि वापस मिलेगी।