झालावाड़ में काले जादू के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

झालावाड़ में पुलिस ने एक गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो काले जादू के नाम पर लोगों से पैसे ठग रहा था। गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि मुख्य सरगना और अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं। यह गिरोह मध्यप्रदेश और राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय था। जानें कैसे ठगों ने लोगों को लालच देकर ठगा और पुलिस ने कैसे इस मामले का खुलासा किया।
 | 
झालावाड़ में काले जादू के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा

The old man was catching the snake roaming near the gate of the house, bitten in his hand and reached the hospital in a box


झालावाड़ की मनोहर थाना पुलिस ने एक गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो काले जादू के माध्यम से लोगों से पैसे ठगने का काम कर रहा था। पुलिस ने इस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह मध्यप्रदेश और राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय था और कई वर्षों से लोगों को ठगने में लगा हुआ था।


झालावाड़ के एसपी ऋचा तोमर ने बताया कि गिरोह का मुख्य सरगना नबी खान मेवाती है, जो कामखेड़ा थाना क्षेत्र का निवासी है। यह गिरोह लोगों को लालच देकर ठगी करता है। ठग जादू के माध्यम से पैसे बढ़ाने का दिखावा करते हैं और फिर एक बैग देकर घर जाकर खोलने के लिए कहते हैं। जब पीड़ित बैग खोलता है, तो उसमें राख और कोयला होता है।


सेमली हाट के पूर्व सरपंच विजय सिंह तवर ने इस ठगी के संबंध में मनोहर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि चाय की दुकान पर कुछ लोग बात कर रहे थे कि राजगढ़ के बद्रीलाल गिरी जादू से पैसे को करोड़ों में बदल सकता है। इस पर उन्होंने बद्रीलाल से संपर्क किया और 2 अप्रैल को 2.50 लाख रुपए लेकर भरतपुर के कामा बस स्टैंड पहुंचे।


वहां बद्रीलाल ने एक मोबाइल से राहुल नाम के व्यक्ति को बुलाया। राहुल ने उनसे ढाई लाख रुपए लिए और उन्हें चाय-नाश्ता कराया। कुछ समय बाद राहुल ने उन्हें अंदर बुलाया और एक सूटकेस दिखाया, जिसमें नोट होने का दावा किया। उन्होंने कहा कि इसे घर ले जाकर खोलना है। जब उन्होंने घर जाकर सूटकेस खोला, तो उसमें केवल राख थी।


पुलिस ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की। शनिवार को पुलिस ने आरोपी आशिक खान और बद्रीलाल गिरी को गिरफ्तार किया। गिरोह के सरगना नबी खान और राहुल की तलाश जारी है।


आरोपियों के पास मिले मोबाइल में एक वीडियो मिला है, जिसमें एक बाबा झोले से नोट निकालकर फर्श पर बिखेर रहा है। आरोपियों का कहना है कि इसी वीडियो का उपयोग करके वे लोगों को धोखा देते थे।