जम्मू-कश्मीर में ड्रोन गतिविधियों के बीच सुरक्षा चिंताएं बढ़ीं

सुरक्षा बलों की तत्परता
भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई समाप्त करने पर सहमति बनने के कुछ घंटों बाद जम्मू-कश्मीर में ड्रोन की उपस्थिति और विस्फोटों की घटनाओं ने हड़कंप मचा दिया। इस स्थिति में सुरक्षाकर्मियों को वायु रक्षा प्रणालियों का सहारा लेना पड़ा।
विस्फोटों की घटनाएं
श्रीनगर में, शाम के समय कई विस्फोटों की सूचना मिली। वायु रक्षा बलों ने बाटवारा क्षेत्र में एक ड्रोन को निशाना बनाया, जो एक महत्वपूर्ण सैन्य प्रतिष्ठान के निकट उड़ रहा था। अधिकारियों ने पुष्टि की कि ड्रोन को सफलतापूर्वक मार गिराया गया।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
ये विस्फोट लगभग हर 15 मिनट पर हुए, जिससे अंधेरे में लपटें दिखाई देने लगीं और भय का माहौल बन गया। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर संघर्षविराम की घोषणा पर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा, "यह कोई संघर्षविराम नहीं है। श्रीनगर के मध्य में वायु रक्षा इकाइयां सक्रिय हैं। संघर्षविराम का क्या हुआ?"
ड्रोन गतिविधियों की रिपोर्ट
कश्मीर घाटी में ड्रोन गतिविधियों की सूचना मिली। एक ड्रोन को रात करीब 8:20 बजे बारामूला शहर के ऊपर ड्रोन रोधी प्रणाली द्वारा नष्ट किया गया। एक अन्य ड्रोन को अनंतनाग के ऊंचे मैदान में गिराया गया, जो सेना के एक प्रतिष्ठान के निकट था।
स्थानीय रिपोर्ट
अनंतनाग जिले के वेरीनाग, बांदीपोरा और सफापोरा से भी ड्रोन देखे जाने की खबरें आई हैं, लेकिन विस्तृत जानकारी अभी उपलब्ध नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी थी, लेकिन शनिवार रात जम्मू और उधमपुर जिलों में लगातार विस्फोटों की आवाजें सुनाई दीं।
सायरन और बिजली कटौती
जम्मू शहर के कुछ हिस्सों में सायरन बजने के बाद विस्फोट हुए, जिससे कुछ क्षेत्रों में अस्थायी रूप से बिजली गुल हो गई। विस्फोटों के कारणों की पुष्टि अभी नहीं हो पाई है, लेकिन स्थानीय लोगों ने सेना की वायु रक्षा इकाइयों को दुश्मन के ड्रोन को बेअसर करने के प्रयास में गोलीबारी करते देखा।
सीमा पर गतिविधियां
अधिकारियों ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर आर एस पुरा सेक्टर, जम्मू के अखनूर और राजौरी जिले के नौशेरा में मोर्टार दागे जाने और छोटे हथियारों से गोलीबारी की भी खबरें मिली हैं।