जम्मू-कश्मीर उपचुनाव: बडगाम में नामांकन की प्रक्रिया पूरी, राजनीतिक दलों में उत्साह
बडगाम और नगरोटा में उपचुनाव की तैयारी
जम्मू-कश्मीर की बडगाम और नगरोटा विधानसभा सीटों पर उपचुनावों की तैयारियों में तेजी आ गई है। विभिन्न राजनीतिक दल चुनावी गतिविधियों में जुट गए हैं। आज, 20 अक्टूबर को, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और भारतीय जनता पार्टी सहित प्रमुख पार्टियों के उम्मीदवारों ने बडगाम सीट के लिए अपने नामांकन पत्र दाखिल किए। यह नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन था, और सभी दलों के प्रत्याशियों ने समय पर अपने नॉमिनेशन जमा कर दिए। इस दौरान, हर पार्टी के समर्थक भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे, जो उत्साह से भरे हुए थे।
उम्मीदवारों का नामांकन और समर्थन
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार आगा सैयद महमूद ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ नामांकन पत्र भरा। वहीं, पीडीपी के उम्मीदवार आगा सैयद मुंतज़िर मेहदी के साथ विधायक वहीद रहमान पर्रा और अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। बीजेपी के उम्मीदवार आगा सैयद मोहसिन ने भी अपना नामांकन दाखिल किया, जिसमें उनके साथ एलओपी सुनील शर्मा थे।
उमर अब्दुल्ला का विश्वास
नामांकन के बाद, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मीडिया से बातचीत में कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस का पूरा संगठन आगा महमूद के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि अब से, वे बडगाम के लोगों को अपना संदेश देंगे और आशा करते हैं कि परिणामों के दिन, आगा महमूद विधानसभा में बडगाम का सफल प्रतिनिधित्व करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि अन्य दलों के उम्मीदवारों ने भी आज अपने नामांकन दाखिल किए।
पीडीपी का नामांकन और चुनावी दृष्टिकोण
पीडीपी के उम्मीदवार आगा मुंतज़िर ने बडगाम के उपायुक्त कार्यालय में औपचारिक रूप से अपना नामांकन पत्र भरा। उनके साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री गुलाम नबी हंजूरा भी थे। नामांकन के बाद, मुंतज़िर ने जनता के समर्थन पर भरोसा जताया और कहा कि उनका एजेंडा जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए शांति और प्रगति पर केंद्रित है।
मतदान की तारीखें
बडगाम उपचुनाव 11 नवंबर को आयोजित होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी। यह उपचुनाव मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा बडगाम सीट को खाली करने के बाद आवश्यक हो गया था। इस बार आम आदमी पार्टी ने महिला प्रत्याशी दीबा खान को खड़ा किया है, जिन्होंने आज अपना नामांकन भरा। इसके अलावा, जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी से निकाले गए मुंतज़िर मोहिउद्दीन अब एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में हैं।