छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई
नक्सलवाद का अंत निकट

गरियाबंद: छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अपने अंतिम चरण में है। एक ओर, बड़ी संख्या में नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर, सुरक्षाबलों को लगातार मुठभेड़ों में सफलता मिल रही है। हाल ही में, मैनपुर थाना क्षेत्र के दडईपानी गांव में सुरक्षाबलों ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। यहां की पहाड़ियों में नक्सलियों द्वारा छिपाए गए हथियारों का एक बड़ा जखीरा बरामद किया गया है।
विशेष अभियान का संचालन
सुरक्षा बलों को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी, जिसके आधार पर विशेष अभियान चलाया गया। कई टीमों ने मिलकर यह अभियान गरियाबंद (छत्तीसगढ़) और नुआपाडा (ओडिशा) के सीमावर्ती माओवादी प्रभावित क्षेत्रों में संचालित किया।
बरामद सामग्री
सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए पहाड़ी क्षेत्र की तलहटी में सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जहां चट्टानों के भीतर प्लास्टिक ड्रम और स्टील के डिब्बों में छिपाई गई सामग्री बरामद की गई। इसमें 1 कंपनी निर्मित मोर्टार, 22 मोर्टार सेल, 1 भरमार बंदूक, 150 डेटोनेटर, 18 तीर बम और आईईडी निर्माण से जुड़ी अन्य सामग्री शामिल है।
पुलिस पर हमले की योजना
इस अभियान के दौरान स्थानीय सूत्रों से जानकारी मिली कि प्रतिबंधित माओवादी संगठन डीजीएन डिवीजन के नक्सलियों ने पुलिस पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए इलाके में आईईडी निर्माण सामग्री और मोर्टार डंप कर रखे थे। नक्सलियों की योजना सुरक्षाबलों पर विस्फोटक और मोर्टार से हमला करने की थी।
सर्च ऑपरेशन जारी
सुरक्षाबलों की इस कार्रवाई ने नक्सलियों की एक बड़ी साजिश को विफल कर दिया है। बरामद सामग्री को सुरक्षित रूप से निष्क्रिय किया जा रहा है, और क्षेत्र में अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है ताकि किसी अन्य डंप या नक्सली गतिविधियों का पता लगाया जा सके।
