ग्वालियर में ऑनलाइन गेमिंग की लत ने दो छात्रों को चोरी की ओर धकेला

ग्वालियर में दो छात्रों ने ऑनलाइन गेमिंग की लत के चलते चोरी की वारदात को अंजाम दिया। लगातार पैसे हारने और कर्ज बढ़ने के कारण उन्होंने अपनी कोचिंग की एक छात्रा के घर को निशाना बनाया। घटना के दौरान पीड़िता और उसकी ननद जाग गईं, जिससे आरोपियों की पहचान हो गई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और ऑनलाइन गेमिंग के प्रभाव पर चर्चा।
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ग्वालियर में छात्रों की आपराधिक गतिविधि

ग्वालियर। ग्वालियर में ऑनलाइन गेमिंग की लत ने दो छात्रों को अपराध की ओर मोड़ दिया है। लगातार गेम में पैसे हारने और कर्ज बढ़ने के कारण, उन्होंने चोरी का सहारा लिया। इन छात्रों ने अपनी कोचिंग में पढ़ने वाली एक छात्रा के घर को निशाना बनाया। रात के समय, उन्होंने पीड़िता के घर में घुसकर नकद और सोने-चांदी के आभूषण चुरा लिए। जब पीड़िता और उसकी ननद जाग गईं, तो उन्होंने आरोपियों को चोरी करते हुए देख लिया, जिससे उनकी पहचान हो गई और पुलिस को सूचना मिल गई।


यह घटना महाराजपुरा थाना क्षेत्र के डीडी नगर में हुई। सपना जादौन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि 10 तारीख की रात वह अपनी ननद शिवानी भदौरिया के साथ सो रही थी। अचानक दूसरे कमरे से आवाज सुनकर सपना ने शोर मचाया, जिससे शिवानी भी जाग गई। दोनों ने देखा कि दो युवक चोरी का सामान लेकर भाग रहे हैं।


छात्रों का कर्ज चुकाने का अनोखा तरीका
सपना ने बताया कि भागते समय शिवानी ने उनमें से एक युवक को पहचान लिया, जिसका नाम पीयूष शर्मा है, जिसे विक्की पंडित के नाम से भी जाना जाता है। जब उन्होंने अपने कमरे में देखा, तो बक्से का ताला टूटा हुआ था और उसमें रखी सोने की चेन, चूड़ी, अंगूठी और 1 लाख 60 हजार नकद गायब थे। कुल मिलाकर लगभग 5 लाख 60 हजार रुपये का सामान चोरी हुआ था।


पुलिस ने शिकायत के बाद मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों की तलाश शुरू की। उन्हें सूचना मिली कि आरोपी टाइगर चौक, कैंसर पहाड़िया इलाके में देखे गए हैं। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और पीयूष शर्मा और उसके साथी सचिन कांत जाटव को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने चोरी की बात स्वीकार कर ली।


ऑनलाइन गेमिंग का प्रभाव
आरोपियों ने बताया कि वे ऑनलाइन गेमिंग के आदी हो गए थे और लगातार हारने के कारण उन पर कर्ज चढ़ गया था। कर्ज चुकाने के लिए उन्होंने शिवानी के घर चोरी करने की योजना बनाई। उन्हें पता था कि घर में सोने-चांदी के आभूषण और नकदी रखी हुई है।


पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी किया गया सामान बरामद कर लिया है। दोनों आरोपी भिंड के निवासी हैं और ग्वालियर में पढ़ाई कर रहे थे। ऑनलाइन गेमिंग की लत ने उनके खर्चों को बढ़ा दिया, जिसके कारण उन्होंने चोरी का रास्ता अपनाया।


पुलिस की कार्रवाई
महाराजपुरा थाना के टीआई यशवंत गोयल ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन गेमिंग के कारण युवाओं के अपराध की ओर बढ़ने के कई मामले सामने आ रहे हैं, इसलिए परिवारों को अपने बच्चों पर नजर रखने की आवश्यकता है।


इस घटना ने इलाके में चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि दोनों आरोपी छात्र थे और किसी को उन पर शक नहीं होता। लेकिन ऑनलाइन गेमिंग के कर्ज के दबाव ने उन्हें अपराध करने के लिए मजबूर कर दिया। पुलिस अब दोनों को न्यायालय में पेश करने की तैयारी कर रही है।