गंजबासौदा रेलवे स्टेशन पर युवक की मौत: शव उठाने को लेकर प्रबंधक और जीआरपी में विवाद

गंजबासौदा रेलवे स्टेशन पर एक युवक की ट्रेन से कटने के बाद शव को उठाने को लेकर जीआरपी और स्टेशन प्रबंधक के बीच विवाद हुआ। घटना के दौरान शव प्लेटफॉर्म पर लगभग दो घंटे तक पड़ा रहा, जिससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और क्या हुआ उस रात।
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शव उठाने को लेकर विवाद

गंजबासौदा रेलवे स्टेशन पर युवक की मौत: शव उठाने को लेकर प्रबंधक और जीआरपी में विवाद


गंजबासौदा रेलवे स्टेशन पर एक युवक की ट्रेन से कटने के बाद शव को कफन डालने को लेकर स्टेशन प्रबंधक और जीआरपी प्रभारी के बीच तीखी बहस हुई। जीआरपी प्रभारी ने कहा कि शव उठाने के लिए पाइस्मैन की जरूरत है, जबकि प्रबंधक ने जवाब दिया कि रेलवे इस काम के लिए पैसे देती है और पाइस्मैन पहले से ही अन्य कार्यों में व्यस्त हैं।


घटना का विवरण

सोमवार रात लगभग नौ बजे वंदे भारत एक्सप्रेस की चपेट में आने से युवक की मौत हो गई। शव प्लेटफॉर्म नंबर 3 पर लगभग दो घंटे तक पड़ा रहा। इस दौरान जीआरपी और स्टेशन प्रबंधक के बीच शव उठाने को लेकर बहस होती रही।


घटनाक्रम का वीडियो सामने आया

सूत्रों के अनुसार, वंदे भारत ट्रेन के गार्ड ने घटना की सूचना रेलवे अधिकारियों को दी थी, लेकिन जीआरपी पुलिस एक घंटे तक मौके पर नहीं पहुंची। अज्ञात युवक का शव प्लेटफॉर्म पर पड़ा था, जबकि उसका एक हाथ करीब 50 फीट दूर मिला। यात्रियों ने इस दृश्य को देखकर आश्चर्य व्यक्त किया।


कफन डालने को लेकर बहस

जीआरपी प्रभारी ने कहा कि उनके पास स्टाफ की कमी है, इसलिए रेलवे से पाइस्मैन की मदद मांगी। स्टेशन प्रबंधक ने कहा कि उनके पाइस्मैन पहले से ही अन्य कार्यों में लगे हुए हैं। इस पर दोनों के बीच नोकझोंक हुई। जीआरपी प्रभारी ने कहा कि पहले भी शव पर कफन डालने के लिए पैसे नहीं मिले हैं।


प्रबंधक ने पूछा कि इस बारे में रेलवे को दी गई जानकारी में इसका उल्लेख क्यों नहीं किया गया। इसके बाद प्रभारी ने कहा कि यदि एक-दो पाइस्मैन मिल जाएं, तो वह शव को अस्पताल भिजवाने का खर्च खुद उठाएंगे। यह सब बातें वीडियो में कैद हो गईं। बहस के चलते शव लगभग पौने दो घंटे तक प्लेटफॉर्म पर पड़ा रहा।