खंडवा और आगरा में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान भयानक हादसे
खंडवा में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान दुर्घटना
खंडवा, मध्य प्रदेश में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के समय एक गंभीर घटना घटित हुई। पंधाना क्षेत्र के अर्दला गांव में ट्रैक्टर-ट्रॉली पुलिया पर पलट गई, जिससे उसमें सवार 20 से 25 लोग तालाब में गिर गए। इस दुर्घटना में अब तक 10 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें अधिकतर बच्चियां शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार, अर्दला और जामली गांव के निवासी ट्रैक्टर-ट्रॉली में बैठकर विसर्जन के लिए तालाब पहुंचे थे। ट्रॉली को पुलिया पर खड़ा किया गया था, लेकिन उस पर अधिक लोग सवार थे। संतुलन बिगड़ने के कारण ट्रॉली पलट गई और लोग तालाब में गिर पड़े। घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस और प्रशासन भी मौके पर पहुंचे। अब तक 10 शव निकाले जा चुके हैं और कई घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतकों में आरती (18), दिनेश (13), उर्मिला (16), शर्मिला (15), गणेश (20), किरण (16), पाटलीब (25), रेवसिंह (13), आयुष (9), संगीता (16) शामिल हैं।
मुख्यमंत्री का शोक और सहायता की घोषणा
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय ने पुष्टि की है कि इस घटना में 10 लोगों की मौत हो चुकी है और बचाव कार्य जारी है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मृतकों में अधिकांश किशोर और बच्चियां हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई और 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की। घायलों का इलाज नजदीकी अस्पताल में किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने मां दुर्गा से सभी परिवारों को शक्ति और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना की।
आगरा में भीषण हादसा: 14 युवक नदी में डूबे
आगरा में मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक और गंभीर घटना हुई। उटंगन नदी में 14 लोग डूब गए। विसर्जन के लिए सभी युवक हाथ पकड़कर आगे बढ़ रहे थे, तभी अचानक एक का हाथ फिसल गया और सभी पानी में गिर गए।
खेरागढ़ स्थित उटंगन नदी में बृहस्पतिवार को गांव कुशियापुर डूगरवाला के 14 युवक डूब गए। हादसे के बाद अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने कड़ी मेहनत से एक युवक विष्णु को बचा लिया। डेढ़ घंटे बाद पुलिस की मदद से तीन युवकों के शव निकाले गए, लेकिन बाकी 10 का कोई पता नहीं चला। इनमें से 5 नाबालिग हैं।
ग्रामीणों का आरोप: सुरक्षा की कमी
घटना की सूचना मिलने पर जिलाधिकारी और डीसीपी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि नदी के पास सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे। यदि पुलिस तैनात होती, तो यह हादसा टल सकता था। गुस्साए ग्रामीणों ने राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीम के नहीं पहुंचने पर जाम लगा दिया। पुलिस अधिकारियों के समझाने पर दो घंटे बाद ग्रामीण शांत हुए।
हादसा दोपहर 1 बजे हुआ। खेरागढ़ के गांव कुसियापुर में नवरात्र के दौरान मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित की गई थी। विसर्जन के लिए गांव के 40-50 लोग उटंगन नदी के पास पहुंचे। हादसे के समय सभी युवक गहरे पानी में चले गए।