केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बाढ़ प्रभावित राज्यों के लिए जारी की आर्थिक सहायता

नई दिल्ली, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को 14 बाढ़ प्रभावित राज्यों के लिए 5,858.60 करोड़ रुपये की राशि जारी की है।
 | 
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बाढ़ प्रभावित राज्यों के लिए जारी की आर्थिक सहायता

नई दिल्ली, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को 14 बाढ़ प्रभावित राज्यों के लिए 5,858.60 करोड़ रुपये की राशि जारी की है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस संबंध में अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर पोस्ट कर भी इसकी जानकारी दी है।

उन्होंने कहा, “गृह मंत्रालय ने आज 14 बाढ़ प्रभावित राज्यों को राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष (एनडीआरएफ) से अग्रिम राशि के रूप में 5,858.60 करोड़ रुपये जारी करने का फैसला किया है।”

उन्होंने आगे कहा, “अगर जरूरत पड़ी तो आगामी दिनों में अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम की अनुशंसा के बाद बाढ़ प्रभावित राज्यों को अतिरिक्त आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाएगी।”

गृह मंत्रालय ने 14 बाढ़ प्रभावित राज्यों को राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष (एनडीआरएफ) से अग्रिम राशि के रूप में 5,858.60 करोड़ रुपये जारी किए हैं।

इसमें महाराष्ट्र को 1492 करोड़, आंध्र प्रदेश को 1036 करोड़, असम को 716 करोड़, बिहार को 655.60 करोड़, गुजरात को 600 करोड़, हिमाचल प्रदेश को 189.20 करोड़, केरल को 145.60 करोड़, केरल को 50 करोड़ शामिल हैं।

वहीं मणिपुर को 21.60 करोड़ रुपये, मिजोरम को 21.60 करोड़ रुपये, नागालैंड को 19.20 करोड़ रुपये, सिक्किम को 23.60 करोड़ रुपये, तेलंगाना को 416.80 करोड़ रुपये, त्रिपुरा को 25 करोड़ रुपये और पश्चिम बंगाल को 468 करोड़ रुपये दिए जाने का फैसला किया गया है। यह सभी राज्य बाढ़ प्रभावित हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस मुश्किल समय में मोदी सरकार लोगों की कठिनाइयों को कम करने और लोगों को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है।

इसके अलावा, बिहार और पश्चिम बंगाल राज्यों में क्षति का मौके पर आकलन करने के लिए इंटर मिनिस्ट्रियल सेंटर टीम (आईएमसीटी) को जल्द ही भेजा जाएगा। आईएमसीटी की मूल्यांकन रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद आपदा प्रभावित राज्यों को एनडीआरएफ से अतिरिक्त आर्थिक सहायता की स्वीकृति की जाएगी।

--आईएएनएस

एसएचके/जीकेटी