किडनी स्टोन से बचने के उपाय: जानें क्या करें और क्या न करें
किडनी स्टोन के खतरे और बचाव के उपाय
नई दिल्ली. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि जब यूरिन में क्रिस्टल बनाने वाले मिनरल्स की मात्रा बढ़ जाती है, तो किडनी में स्टोन बनने का खतरा बढ़ जाता है। जब पेशाब में कैल्शियम, यूरिक एसिड और ऑक्सलेट की उच्च मात्रा होती है, तो ये क्रिस्टल्स बनाते हैं जो आपस में मिलकर स्टोन का निर्माण करते हैं। गुर्दे में पथरी का आकार रेत के कण से लेकर गेंद के आकार तक हो सकता है।
विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ इम्युनिटी को बढ़ाने में सहायक होते हैं, लेकिन इसकी अधिकता स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है।
विटामिन सी और किडनी स्टोन:
कुछ शोधों के अनुसार, विटामिन सी के सप्लीमेंट्स का अधिक सेवन यूरिन में ऑक्सलेट की मात्रा को बढ़ा सकता है, जिससे किडनी में स्टोन बनने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए, इसके सेवन में सावधानी बरतनी चाहिए और खट्टे फलों का सेवन भी सीमित करना चाहिए।
खानपान की आदतें:
खानपान में लापरवाही किडनी स्टोन का एक प्रमुख कारण है। लोगों को अपनी खाने की आदतों पर ध्यान देना चाहिए। नॉन-वेज का अधिक सेवन, साथ ही नमक, चीनी, मैदा और मसालेदार भोजन से बचना चाहिए। ऑक्सलेट युक्त खाद्य पदार्थ जैसे पालक और साबुत अनाज से भी दूरी बनानी चाहिए।
पानी की कमी:
किडनी स्टोन से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना आवश्यक है। कम पानी पीने से शरीर में डिहाइड्रेशन हो सकता है, जिससे स्टोन बनने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, रोजाना कम से कम 7-8 गिलास पानी पीना चाहिए। डिटॉक्स ड्रिंक का सेवन भी फायदेमंद हो सकता है।
गाउट जैसी समस्याएं:
विशेषज्ञों के अनुसार, जब रक्त में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, तो गाउट जैसी स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इस स्थिति में किडनी और जोड़ों में क्रिस्टल्स बनते हैं, जिससे किडनी स्टोन का खतरा बढ़ता है।
नोट: उपरोक्त जानकारी सामान्य सूचना के लिए है और इसे चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।
