कांग्रेस को सत्ता में लाने का मध्य प्रदेश की जनता ने बनाया मन, ग्वालियर-चंबल में भी हम जीतेंगे : कमल नाथ (आईएएनएस साक्षात्कार)

भोपाल, 15 नवंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में केवल दो दिन बचे हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रमुख और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने बुधवार को कहा कि राज्य भर में बड़े पैमाने पर यात्रा करने के बाद उन्हें विश्वास है कि लोगों ने फैसला कर लिया है कि वे सबसे पुरानी पार्टी को वोट देंगे और 2018 की तरह 2023 में फिर से कांग्रेस की सरकार बनेगी।
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कांग्रेस को सत्ता में लाने का मध्य प्रदेश की जनता ने बनाया मन, ग्वालियर-चंबल में भी हम जीतेंगे : कमल नाथ (आईएएनएस साक्षात्कार)

भोपाल, 15 नवंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में केवल दो दिन बचे हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रमुख और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने बुधवार को कहा कि राज्य भर में बड़े पैमाने पर यात्रा करने के बाद उन्हें विश्वास है कि लोगों ने फैसला कर लिया है कि वे सबसे पुरानी पार्टी को वोट देंगे और 2018 की तरह 2023 में फिर से कांग्रेस की सरकार बनेगी।

कमल नाथ ने यह भी कहा कि उन्हें हिंदू होने के लिए भाजपा से प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है और यह भी कहा कि सत्ता में आने के बाद कांग्रेस को राज्य में और ग्वालियर और चंबल क्षेत्र में भी स्पष्ट जनादेश मिलेगा जहां लोगों को विश्वासघात पसंद नहीं है।

आईएएनएस ने कमल नाथ से बात की। पेश है बातचीत के कुछ अंश।

आईएएनएस :- क्या आजकल चुनाव जीतने के लिए सॉफ्ट-हिंदुत्व/हिंदुत्व कार्ड खेलना महत्वपूर्ण है? उसके लिए आपको इशारा किया जा रहा है?

कमल नाथ :- मैं हिंदुत्व या सॉफ्ट हिंदुत्व या सुपर हिंदुत्व ऐसी किसी शब्दावली पर कोई टिप्पणी नहीं करता। आस्था और संस्कृति के लिए कार्य करना हर नागरिक का कर्तव्य है, लेकिन कांग्रेस और हमारे लिए धर्म आचार और विचार का विषय है, प्रचार का विषय नहीं है। राजनीति का धर्म होना चाहिए, धर्म की राजनीति नहीं होनी चाहिए। श्रीलंका में माता-सीता के मंदिर के निर्माण की प्रकिया तो हमने अपनी पिछली सरकार में ही शुरू कर दी थी। शिवराज सरकार ने इस प्रक्रिया को बंद कर दिया। हम सरकार में आते ही फिर से श्रीलंका में माता सीता का मंदिर बनाने का कार्य शुरू करेंगे। यह सब काम तो पूरे संवैधानिक तरीके से पहले ही किए जा चुके हैं।

मैंने 15 साल पहले छिंदवाड़ा में 101 फीट ऊंची भगवान हनुमान जी की मूर्ति बनवाई तो यह मेरी आस्था है। इसका राजनीति से कोई संबंध नहीं है। कांग्रेस सरकार ने राम वन गमन पथ और महाकाल मंदिर के भव्य निर्माण के लिए 355 करोड़ रुपए आवंटित किए थे। हम अपनी विरासत और संस्कृति को समृद्ध कर रहे हैं। मुझे समझ नहीं आता कि अगर मैं मंदिर में पूजा करता हूं तो भाजपा के पेट में दर्द क्यों होता है। मुझे भाजपा से हिंदू होने के सर्टिफिकेट लेने की कोई जरूरत नहीं है।

आईएएनएस :- इंडिया ब्लॉक के साझेदारों ने आप पर मध्य प्रदेश में उन्हें समायोजित नहीं करने का आरोप लगाया, यदि उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में ऐसा होता है, तो क्या 'इंडिया' गुट का अंतिम उद्देश्य विफल नहीं हो जाएगा?

कमल नाथ :- इंडिया गठबंधन को लेकर कांग्रेस पार्टी प्रतिबद्ध है। गठबंधन का आधार लोकसभा के चुनाव है और जो जहां मज़बूत है, वहां उसे मुख्य भूमिका में होना चाहिए। इंडिया गठबंधन के सभी सहयोगी आपस में चर्चा करते रहते हैं और पांच राज्यों के चुनावों के बाद लोकसभा चुनावों को लेकर हमारी रणनीति सबके सामने आ जाएगी।

आईएएनएस :- कांग्रेस ने सत्ता में आने पर राज्य के लोगों के लिए कई गारंटी की घोषणा की है। इस वर्ष की शुरुआत में हमने कर्नाटक में जो देखा, उसकी तुलना में इन गारंटियों का राज्य में कितना प्रभाव है?

कमल नाथ :- कांग्रेस की सरकार में जनता के टैक्स का पैसा जनता के विकास पर खर्च किया जाने वाला है। कांग्रेस पार्टी मध्य प्रदेश की जनता के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और जनहित में काम करना हमारी पहली और आख़िरी प्राथमिकता है। कांग्रेस पार्टी किसानों के लिए कर्ज माफ़ी करेगी, गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़ाकर 2600 रुपए प्रति क्विंटल, धान का समर्थन मूल्य बढ़ाकर 2500 रुपए प्रति क्विंटल करेगी। 100 यूनिट तक बिजली माफ और 200 यूनिट तक बिजली हाफ कीमत पर देगी।

सरकारी कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम बहाल करेगी। कांग्रेस सरकार ने ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया था, जिसे भाजपा ने खत्म कर दिया, हम फिर से ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देंगे। हम 2 लाख सरकारी खाली पड़े पदों पर नियुक्तियां करेंगे। हर परिवार को 25 लाख रुपए तक स्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा। महिलाओं को हर महीने 1500 रुपए और 500 में गैस सिलेंडर देंगे। हम इन सब घोषणाओं पर अमल करेंगे क्योंकि ऐसा करना किसी भी कल्याणकारी राज्य का दायित्व है।

मैं पूरे प्रदेश में घूम रहा हूं। मेरा दृढ़ विश्वास है कि जनता बदलाव के लिए अपना मन बना चुकी है। कांग्रेस पार्टी बड़े बहुमत से यह चुनाव जीतने जा रही है। आप खुद जाकर जमीन पर देखिए। गेहूं का समर्थन मूल्य 2600 क्विंटल और धान का समर्थन मूल्य 2500 कुंतल जैसे कांग्रेस के वचन कृषि प्रधान राज्य में कांग्रेस ने दिए हैं। हम स्कूली शिक्षा निःशुल्क दे रहे हैं। 18 साल के शिवराज सिंह के कुशासन के ख़िलाफ़ जनता का ग़ुस्सा और कांग्रेस पर भरोसा इस चुनाव के परिणाम तय करेगा।

आईएएनएस :- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम नहीं ले रहे हैं और अपने चेहरे पर वोट मांग रहे हैं और विधानसभा चुनाव में मोदी की गारंटी का वादा भी कर रहे हैं। क्या आपको लगता है कि राज्य की जनता का रुझान अब सत्तारूढ़ भाजपा की ओर नहीं है और इससे कांग्रेस को मदद मिलेगी?

कमल नाथ :- लोकसभा चुनाव के मुद्दे अलग होते हैं और राज्य विधानसभा के मुद्दे बिल्कुल अलग होतें हैं। दो करोड़ युवाओं को हर साल रोज़गार देने की गारंटी मोदी जी ने ही दी थी, क्या वो पूरी हुई? क्या सबके खाते में 15 लाख रुपये आ गये? अब जनता बीजेपी की ध्यान मोड़ने की राजनीति को समझ गई है।

बीजेपी में गुटबाज़ी और आंतरिक लड़ाई उनका अंदरूनी मामला है, इसलिए मैं इस सब में नहीं जाना चाहता हूं। फिर भी यह सोचने वाली बात है कि भाजपा को शिवराज सिंह के चेहरे पर वोट मांगने में शर्म क्यों आ रही है? उनकी झूठी घोषणा और कलाकारी की राजनीति के कारण जनता और भाजपा का कार्यकर्ता भी परेशान हैं।

मध्य प्रदेश की जनता बहुत समझदार है। वह मध्य प्रदेश के मुद्दों पर ही इस चुनाव का भविष्य तय करेगी। कांग्रेस पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता हमारी 15 महीने की सरकार के काम लेकर पूरे विश्वास से जनता के बीच जा रहा है। मेरी सरकार ने 15 महीनों में अपनी नियत और नीति का परिचय दिया था। हमने 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया, हमने 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली देकर जनता को राहत दी। सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि 300 से बढ़ाकर 600 रुपये प्रतिमाह की। मिलावट रोकने के लिए हमने 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान चलाया। इसका लाभ हमें इन चुनावों में ज़रूर मिलेगा।

आईएएनएस :- कांग्रेस 2018 में सत्ता में आई। हालांकि, पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी के करीबी विश्वासपात्रों में से एक, ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके 22 वफादार विधायकों के विद्रोह के कारण, आपकी सरकार ने 14 महीने की अवधि में राज्य में बहुमत और सत्ता खो दी। क्या आपको लगता है कि राज्य की जनता चुनी हुई सरकार के जनादेश के साथ विश्वासघात को याद रखेगी और 2023 में कांग्रेस को वोट देगी?

कमल नाथ :- मैं आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति में नहीं उलझता हूं। आपको एक बात जरुर कहूंगा कि आज भी जनता 2018 की तरह कांग्रेस के साथ है। आप भी जनता से बात करेंगे तो आपको स्पष्ट जनता का वोल्टेज महसूस होगा। मैं 40 साल से अधिक समय से राजनीति कर रहा हूं। मुझे चुनाव लड़ने-लड़ाने और जीतने का लंबा अनुभव है। मैं लोगों की आंखों से पहचान लेता हूं कि उनके दिल में क्या है। मध्य प्रदेश की जनता ने इस बार कांग्रेस सरकार बनाने का फैसला कर लिया है।

आप गौर से देखिए मोमेंटम किस तरफ है। प्रदेश में साल भर पहले नगर निगम के चुनाव हुए। मध्य प्रदेश के 16 नगर निगम में से सभी नगर निगम में पिछली बार भारतीय जनता पार्टी का मेयर था। इस बार कांग्रेस पार्टी के पांच मेयर बने हैं। दो सीटों पर हम हारे नहीं बल्कि पुलिस पैसा और प्रशासन का दुरुपयोग करके हराए गए हैं। इस तरह से आप देखिए तो कांग्रेस पिछले नगर निगम चुनाव में जहां शून्य पर खड़ी थी, वहीं इस बार कांग्रेस पार्टी भाजपा की बराबरी पर आ गई है। ग्रामीण निकाय के चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया। चार विधानसभा उपचुनाव में से दो कांग्रेस पार्टी ने जीते। आप देखिए कि हम नीचे से शुरू करके ऊपर की ओर बढ़ते जा रहे हैं।

जहां तक मध्य प्रदेश के मुख्य मुद्दों का सवाल है तो शिवराज सरकार ने मध्य प्रदेश की पहचान घोटाले से बना दी है। व्यापम घोटाला, महाकाल लोक घोटाला, पटवारी भर्ती घोटाला, आरक्षक भर्ती घोटाला, नर्सिंग कॉलेज घोटाला, शिवराज जी ने मध्य प्रदेश को घोटालों का प्रदेश बना दिया है। 50% कमीशन राज मध्य प्रदेश की पहचान बन चुका है।

जनता महंगाई की मार से त्रस्त है। किसान फसल खराब होने से परेशान है। चलने के लिए सड़कें नहीं है। बिजली की भारी कटौती हो रही है। नौजवान बेरोजगार घूम रहे हैं। प्रदेश पर कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है। यह सारी समस्याएं मध्य प्रदेश के चुनाव के मुख्य मुद्दे हैं। शिवराज सरकार का एक ही मंत्र है पैसा दो, काम लो। मध्य प्रदेश की जनता इस सौदेबाजी की सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए इस चुनाव में अपना वोट डालेगी।

आईएएनएस :- आप राज्य में कांग्रेस के प्रदर्शन को कैसे देखते हैं और 2023 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी?

कमल नाथ :- कांग्रेस पार्टी सरकार बना रही है और मजबूत बहुमत के साथ सरकार बना रही है। सीटों का दावा करना मेरी आदत नहीं है यह काम शिवराज सिंह चौहान करते हैं। आप उनसे पूछिए तो वह कह देंगे कि 230 में से 250 सीटें वे जीत रहे हैं।

आईएएनएस :- क्या आपको लगता है कि मार्च 2020 के विश्वासघात के लिए ग्वालियर की जनता कांग्रेस को वोट देगी?

कमल नाथ :- बिल्कुल। मैं बदले की राजनीति में विश्वास नहीं करता हूं। लेकिन, चंबल का पानी ग़द्दारी को बर्दाश्त नहीं करता है। ग्वालियर चंबल सहित पूरे मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ऐतिहासिक प्रदर्शन करेगी। इस सबसे आगे बढ़कर मेरा मानना है कि भाजपा का कार्यकर्ता भी इस बार किसान कर्जमाफ़ी, ओपीएस, सस्ती बिजली, युवा रोज़गार और नारी सम्मान के लिए सच्चाई का साथ देने जा रहा है।

आईएएनएस :- यदि आप चुनाव जीतते हैं, तो क्या आप ज्योतिरादित्य सिंधिया तक पहुंचेंगे?

कमल नाथ :- इस सवाल का कोई मतलब नहीं है।

आईएएनएस :- बीजेपी ने राज्य में कई केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को मैदान में उतारा है, क्या इसका कोई असर पड़ेगा?

कमल नाथ :- भारतीय जनता पार्टी यह चुनाव हार रही है इसलिए दिखाने के लिए रणनीति में बदलाव का पैंतरा चल रही है। इन्होंने यही काम कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में भी किया था, लेकिन जनता ने उसे सरकार के लिए वोट दिया, जो जनता के कल्याण के लिए काम करेगी।

जो केंद्रीय मंत्री चुनाव लड़ रहे हैं उनकी क्या हालत है यह आप ग्राउंड पर जाकर देखिए। एमपी के मन में इस समय सिर्फ कांग्रेस पार्टी है।

आईएएनएस :- कांग्रेस अपने प्रचार अभियान के जरिए बीजेपी पर भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाती रही है, अगर वह सत्ता में आई तो भ्रष्टाचार की शिकायतों से निपटने के लिए पहला फैसला क्या करेगी?

कमल नाथ :- मध्य प्रदेश की पहचान घोटालों और भ्रष्टाचार से नहीं होनी चाहिए। कांग्रेस सरकार आने पर पिछले 18 सालों में जो भी घोटाले हुए हैं, उन सबकी जांच करवाई जाएगी। भर्ती घोटालों में भ्रष्टाचार की जांच के लिए भर्ती जांच आयोग बनवाने का वचन हमनें घोषणापत्र में दिया भी है। कमीशनबाजी और घपले रोककर हम अपनी गारंटी के लिए अतिरिक्त राशि जुटाएंगे।

आईएएनएस :- मध्य प्रदेश में आपके शासन के 14 महीनों में कांग्रेस सरकार ने जबलपुर में अपनी पहली कैबिनेट में कई निर्णय लिए और कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। हालांकि, आपकी सरकार के बहुमत खोने के बाद अधिकांश निर्णय कागजों पर ही रह गए। आपकी राय?

कमल नाथ :- भाजपा की सरकार टेलीविजन की सरकार है, यह अपने घोटालों को छिपाने के लिए विज्ञापनों का सहारा लेती है। यही कारण है कि जबलपुर और प्रदेश के लिए कांग्रेस सरकार ने जो महत्वपूर्ण निर्णय लिए थे, उन्हें ये सरकार समझने में नाकाम रही। शायद उन कामों के लिए एडवांस और कमीशन की व्यवस्था नहीं हुई होगी इसलिए भाजपा ने उन्हें पेपर पर ही रहने दिया। हमारी सरकार जबलपुर के उन सभी अधूरे कामों को पूरा करेगी।

आईएएनएस :- जबलपुर भी भारतीय सेना के बड़े भर्ती केंद्रों में से एक है। वहीं, कांग्रेस अग्निपथ और अग्निवीर योजना को लेकर केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधती रही है। क्या इससे कांग्रेस को बीजेपी के बड़े गढ़ों में से एक में बीजेपी को हराने में मदद मिलेगी?

कमल नाथ :- जबलपुर सहित पूरे प्रदेश में नौजवान भटक रहे हैं, उन्हें रोज़गार नहीं मिल रहा है इसलिए पूरे प्रदेश में बीजेपी की विदाई तय है।

--आईएएनएस

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