कलौंजी: स्वास्थ्य के लिए चमत्कारी औषधि

कलौंजी, जिसे संजीवनी माना जाता है, अनेक बीमारियों का इलाज करती है। इसके सेवन के विभिन्न तरीके और स्वास्थ्य लाभ जानें। यह औषधि टाइप-2 डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, गंजापन, और अन्य कई रोगों में सहायक है। जानें कैसे इसका सही उपयोग करें और इसके अद्भुत फायदों का लाभ उठाएं।
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कलौंजी के अद्भुत लाभ



★ हर बीमारी का इलाज कलौंजी ★


कलौंजी, जिसे हम संजीवनी के रूप में जानते हैं, कई बीमारियों का इलाज करती है।


➡ सेवन के तरीके:
• कलौंजी के बीज सीधे खा सकते हैं।
• एक चम्मच कलौंजी को शहद में मिलाकर लें।
• पानी में उबालकर कलौंजी का सेवन करें।
• दूध में उबालकर ठंडा करके पिएं।
• इसे ब्रेड, पनीर और पेस्ट्री पर छिड़ककर खा सकते हैं।


➡ कलौंजी के फायदे:
1. टाइप-2 डायबिटीज: रोजाना 2 ग्राम कलौंजी से ग्लूकोज का स्तर कम होता है।
2. मिर्गी: बच्चों में कलौंजी का सेवन दौरे को कम करता है।
3. उच्च रक्तचाप: 100-200 मि.ग्रा. कलौंजी से रक्तचाप नियंत्रित होता है।
4. गंजापन: जली हुई कलौंजी को हेयर ऑइल में मिलाकर लगाने से बाल उगते हैं।
5. त्वचा के रोग: कलौंजी का चूर्ण नारियल के तेल में मिलाकर लगाने से त्वचा के विकार ठीक होते हैं।
6. लकवा: कलौंजी का तेल दूध के साथ लेने से लकवा ठीक होता है।
7. कान की सूजन: कान में कलौंजी का तेल डालने से सूजन कम होती है।
8. सर्दी-जुकाम: कलौंजी के बीजों को सेंककर सूंघने से राहत मिलती है।
9. अस्थमा: कलौंजी का सत्व पीने से अस्थमा में सुधार होता है।
10. पेट के कीड़े: कलौंजी और शहद का सेवन करने से पेट के कीड़े खत्म होते हैं।
11. प्रसव की पीड़ा: कलौंजी का काढ़ा पीने से प्रसव की पीड़ा कम होती है।
12. कैंसर: अंगूर के रस में कलौंजी का तेल मिलाकर पीने से कैंसर में लाभ होता है।
13. नींद: सोने से पहले कलौंजी का तेल और शहद मिलाकर पीने से नींद अच्छी आती है।
14. मासिकधर्म: कलौंजी का सेवन मासिकधर्म को नियमित करता है।
15. गर्भवती महिलाओं के लिए: गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।