कटनी में बीजेपी नेता के ठिकानों पर आयकर विभाग का छापा

कटनी जिले में आयकर विभाग ने बीजेपी नेता अशोक विश्वकर्मा के घर और अन्य ठिकानों पर छापा मारा। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति और टैक्स चोरी की शिकायतों के आधार पर की गई। अधिकारियों ने कई दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस जब्त किए हैं। इस कार्रवाई ने राजनीतिक और कारोबारी हलकों में हलचल मचा दी है। जानें पूरी खबर में क्या हुआ और इसके पीछे की वजहें।
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कटनी में छापेमारी की कार्रवाई

कटनी में बीजेपी नेता के ठिकानों पर आयकर विभाग का छापा


कटनी: मध्यप्रदेश के कटनी जिले में बुधवार की सुबह, जब शहर के लोग गहरी नींद में थे, आयकर विभाग की टीम ने बीजेपी नेता और जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा के निवास पर छापा मारा। यह कार्रवाई केवल उनके घर तक सीमित नहीं रही, बल्कि उनके भाई शंकरलाल के ठिकाने और उनसे जुड़े कई कारोबारी स्थानों पर भी की गई। इस छापेमारी ने राजनीतिक और व्यापारिक हलकों में हलचल मचा दी है।


इस कार्रवाई में जबलपुर और भोपाल से आए 50 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों ने अशोक विश्वकर्मा के घर, होटल और खदानों को छावनी में तब्दील कर दिया।


पुलिस को जानकारी नहीं दी गई

लोकल पुलिस तक थी अनजान


आयकर विभाग की इस कार्रवाई को पूरी तरह से गोपनीय रखा गया। टीम की योजना इतनी सुसंगत थी कि स्थानीय पुलिस को सुरक्षा के लिए अंतिम समय में सूचित किया गया, ताकि जानकारी लीक न हो सके।


सुरक्षा बलों के साथ आई टीम ने सबसे पहले अशोक विश्वकर्मा के जालपा देवी वार्ड और गौतम मोहल्ला स्थित निवास को घेर लिया और सभी के फोन जब्त कर लिए।


एक साथ कई स्थानों पर छापे

तीनों जगहों पर एक साथ रेड


आयकर विभाग की टीमों ने विश्वकर्मा परिवार के कई ठिकानों पर एक साथ दबिश दी है। इनमें जालपा देवी वार्ड, गौतम मोहल्ला के तीन मकान और मुख्य कार्यालय शामिल हैं। इसके अलावा, टिकरिया स्थित बॉक्साइट खदानें, माइनिंग से जुड़े अन्य ठिकाने, बरगवां स्थित होटल परिसर और शहर में स्थित पानी की फैक्ट्री में भी छापे मारे गए हैं। इन सभी स्थानों को फिलहाल सील कर दिया गया है।


डॉक्यूमेंट और डिजिटल डिवाइस जब्त

डॉक्यूमेंट और डिजिटल डिवाइस जब्त


प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह छापेमारी आय से अधिक संपत्ति और बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की शिकायतों के आधार पर की गई है। जांच का मुख्य ध्यान बीएमसी विश्वकर्मा माइनिंग ग्रुप से संबंधित दस्तावेजों पर है।


आयकर विभाग की टीमें माइनिंग कारोबार में हुए टर्नओवर, बैंक खातों, लॉकर्स, जमीन की रजिस्ट्री और पिछले कुछ वर्षों के आईटी रिटर्न का बारीकी से मिलान कर रही हैं। बताया जा रहा है कि टीम ने भारी मात्रा में डिजिटल डेटा और फाइलें जब्त की हैं।


फिलहाल, आयकर विभाग के अधिकारी मीडिया से दूरी बनाए हुए हैं और कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।