एक बेटे की प्रेरणादायक कहानी: मां की नौकरी से मुक्ति

मां का प्यार और बलिदान
प्रेरणादायक कहानी: यह सच है कि माताएं असली सुपरहीरो होती हैं। एक मां हर किसी के लिए मौजूद रह सकती है, लेकिन उसकी जगह कोई और नहीं ले सकता। वह अपने बच्चों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। इसलिए, हर बच्चे का यह कर्तव्य है कि वे अपने माता-पिता के बलिदानों का सम्मान करें। जब माता-पिता अपने बच्चों के लिए खुशी के आंसू बहाते हैं, तो वह एक विशेष अनुभव होता है। ट्विटर यूजर आयुष गोयल की कहानी एक बेटे और उसकी मां के बीच सच्चे प्यार की मिसाल है।
बेटे ने मां को काम से मुक्त किया
आयुष ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक महत्वपूर्ण पल साझा किया, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे वह और उनकी मां बाथरूम में रोते थे क्योंकि उनके पास कॉलेज की फीस के लिए पैसे नहीं थे। उनकी मां दिन-रात काम करती थीं ताकि वह कॉलेज जा सकें। आयुष ने अपनी मां के सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की और अब वह उन्हें कम वेतन वाली नौकरी छोड़ने में मदद कर रहे हैं। आयुष ने लिखा, "मेरी मां ने पूर्णकालिक मां और पत्नी बनने के लिए $70/माह की नौकरी छोड़ दी।"
आयुष की मेहनत का फल
आयुष ने अपनी पूरी कहानी साझा करते हुए कहा, "यह उनका सपना था। मुझे आज भी याद है जब हम बाथरूम में रो रहे थे क्योंकि हमारे पास कॉलेज के लिए पैसे नहीं थे। ट्विटर ने मेरी और मेरी मां की जिंदगी बदल दी है।" उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने एक लेखाकार की नौकरी छोड़कर ऑनलाइन लेखन शुरू किया। कुछ महीनों में उनकी मेहनत रंग लाई और वह अपने छोटे एक कमरे के घर से दो कमरे के अपार्टमेंट में चले गए। एक यूजर ने उनके पोस्ट पर लिखा, "यह बहुत प्रेरणादायक है। यह आपके लिए केवल शुरुआत है।"