ईवीएम: बिहार विधानसभा चुनाव में वोटिंग प्रक्रिया का रहस्य

इस लेख में हम इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के बारे में जानेंगे, जो बिहार विधानसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ईवीएम की कार्यप्रणाली, इसके दो मुख्य भाग, और वोट डालने की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया गया है। जानें कि कैसे यह मशीन मतदान को सुरक्षित और सटीक बनाती है, और इसके उपयोग की शुरुआत कब हुई। इस जानकारी से आपको ईवीएम के कार्य करने के तरीके और मतदान प्रक्रिया की गहराई में जाने का अवसर मिलेगा।
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ईवीएम की परिभाषा

इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) एक कॉम्पैक्ट इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जिसका उपयोग चुनावों के दौरान किया जाता है। यह न केवल लोकसभा चुनावों में, बल्कि स्थानीय निकाय चुनावों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ईवीएम एक माइक्रोकंट्रोलर पर आधारित होती है, जो मतदान को सुरक्षित और विश्वसनीय बनाती है। इसमें एक मतदाता केवल एक वोट डाल सकता है, जिससे गलत या अमान्य वोट डालने की संभावना समाप्त हो जाती है। इसके अलावा, वोटों की गिनती भी सटीक और त्वरित होती है। ईवीएम में वोटिंग का डेटा कई वर्षों तक सुरक्षित रहता है, जिसे आवश्यकता पड़ने पर देखा जा सकता है। भारत के चुनाव आयोग ने 1989 में भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड और इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के सहयोग से ईवीएम का निर्माण किया था, और इसका पहला उपयोग 1982 में हुआ था.


ईवीएम का कार्यप्रणाली

ईवीएम में दो मुख्य भाग होते हैं: बैलेटिंग यूनिट और कंट्रोल यूनिट। इन दोनों को जोड़ने के लिए एक पांच मीटर लंबी केबल का उपयोग किया जाता है। मतदान अधिकारी कंट्रोल यूनिट का संचालन करता है, जबकि बैलेटिंग यूनिट को वोट डालने के स्थान पर रखा जाता है। यह मशीन 6V की बैटरी पर कार्य करती है, जिससे बिजली न होने पर भी इसका उपयोग संभव है। बैलेटिंग यूनिट में नीले रंग के बटन होते हैं, जिनके सामने उम्मीदवारों के नाम और पार्टी के प्रतीक होते हैं। कंट्रोल यूनिट में 'बैलट' नाम का एक बटन होता है, जिसे अधिकारी हर नए मतदाता के लिए दबाता है.


वोट डालने की प्रक्रिया

स्टेप-1- जब मतदाता वोट डालने के कमरे में प्रवेश करता है, तो एक अधिकारी बैलेटिंग यूनिट को सक्रिय करता है.


स्टेप-2- मतदाता अपनी पसंद के उम्मीदवार के नाम और प्रतीक के सामने नीला बटन दबाता है.


स्टेप-3- बटन दबाने पर, उसी उम्मीदवार के सामने एक लाल लाइट जलती है और एक लंबी बीप की आवाज सुनाई देती है.


स्टेप-4- मतदाता प्रिंट की हुई स्लिप भी देख सकता है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उसका वोट किस उम्मीदवार को गया है.