इजरायली नौसेना ने गाजा के लिए सहायता फ्लोटिला को रोका

इजरायली नौसेना ने बुधवार को भूमध्य सागर में गाजा पट्टी की ओर बढ़ रहे एक बड़े मानवीय सहायता फ्लोटिला को रोक दिया। इस कार्रवाई में स्वीडिश जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग समेत सैकड़ों अंतरराष्ट्रीय कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। फ्लोटिला का उद्देश्य गाजा की 18 साल पुरानी नाकाबंदी को तोड़कर आवश्यक सामग्री पहुंचाना था। इजरायली विदेश मंत्रालय ने कहा कि सभी कार्यकर्ता सुरक्षित हैं और उन्हें इजरायली बंदरगाह पर ले जाया जा रहा है। यह घटना गाजा में चल रहे मानवीय संकट के बीच हुई है।
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गाजा के लिए रवाना हुए फ्लोटिला पर इजरायली कार्रवाई

इजरायली नौसेना ने बुधवार की शाम को भूमध्य सागर में गाजा पट्टी की ओर बढ़ रहे एक बड़े मानवीय सहायता फ्लोटिला को अंतरराष्ट्रीय जल में रोक दिया। इस कार्रवाई के दौरान स्वीडिश जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग समेत सैकड़ों अंतरराष्ट्रीय कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। इजरायल के विदेश मंत्रालय ने एक वीडियो साझा करते हुए बताया कि "ग्रेटा और उसके साथी सुरक्षित हैं" और उन्हें इजरायली बंदरगाह पर ले जाया जा रहा है।


इस अभियान, जिसे ग्लोबल सुमुद फ्लोटिला कहा जाता है, में लगभग 45-50 नौकाओं पर 500 से अधिक कार्यकर्ता सवार थे, जो स्पेन से 1 सितंबर को निकले थे। फ्लोटिला का मुख्य उद्देश्य इजरायल की 18 साल पुरानी गाजा नौसैनिक नाकाबंदी को तोड़ना और आवश्यक सामग्री जैसे भोजन, पानी और दवाइयां पहुंचाना था। कार्यकर्ताओं के अनुसार, जब इजरायली नौसेना ने उन्हें घेर लिया, तब नौकाएं गाजा के तट से लगभग 70-80 समुद्री मील (लगभग 130 किलोमीटर) दूर थीं।


फ्लोटिला के आयोजकों ने टेलीग्राम पर एक बयान जारी करते हुए कहा कि इजरायली सेना ने कई नौकाओं जैसे अल्मा, सिरियस और अदारा को अवैध रूप से रोका और उन पर कब्जा कर लिया। उन्होंने यह भी बताया कि फ्लोरिडा नामक नौका को जानबूझकर समुद्र में टक्कर मारी गई, जबकि अन्य पर पानी की बौछारें दागी गईं।


ग्रेटा थुनबर्ग 'अल्मा' नौका पर सवार थीं, जिसे सबसे पहले रोका गया। इजरायली विदेश मंत्रालय ने एक्स पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें थुनबर्ग को सैनिकों के बीच फर्श पर बैठे हुए दिखाया गया है। मंत्रालय ने कहा कि "इजरायली नौसेना ने फ्लोटिला को सुरक्षित रूप से रोका है और यात्रियों को अश्केलोन बंदरगाह की ओर ले जाया जा रहा है।"


यह घटना गाजा में चल रहे मानवीय संकट के बीच हुई है, जहां संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय सहायता एजेंसियां भुखमरी और कुपोषण की गंभीर चेतावनी दे रही हैं। इजरायल ने फ्लोटिला को चेतावनी दी थी कि यदि कार्यकर्ता वास्तव में सहायता पहुंचाना चाहते हैं, तो उन्हें अश्केलोन बंदरगाह पर रुककर सामग्री उतारनी होगी, जहां से उसे जांच के बाद गाजा भेजा जाएगा। इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने कहा कि नाकाबंदी अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप है और अनधिकृत प्रयास खतरनाक तथा गैरकानूनी हैं।