आवारा कुत्तों का आतंक: कानपुर, खरगौन और पुणे में घटनाएं

आवारा कुत्तों का आतंक अब एक गंभीर समस्या बन चुका है, जैसा कि हाल की घटनाओं से स्पष्ट है। कानपुर में एक बीबीए छात्रा पर कुत्तों ने हमला किया, जिससे उसके चेहरे पर 17 टांके लगे। इसी तरह, खरगौन में एक बच्ची की जान बाल-बाल बची और पुणे में एक युवक को भी कुत्तों ने घायल किया। इन घटनाओं ने लोगों में दहशत पैदा कर दी है और प्रशासन से ठोस कदम उठाने की मांग की जा रही है। जानें इन घटनाओं के बारे में विस्तार से।
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आवारा कुत्तों का बढ़ता खतरा

दिन के समय या रात में, आवारा कुत्तों का आतंक अब लोगों के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है। कानपुर, खरगौन और पुणे से आई घटनाएं इस बात का प्रमाण हैं कि कैसे ये कुत्ते इंसानी जीवन को प्रभावित कर रहे हैं। भले ही ये स्थान अलग-अलग हैं, लेकिन घटनाओं की प्रकृति एक समान है। देश के विभिन्न हिस्सों में इस तरह की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। कानपुर में एक बीबीए छात्रा के चेहरे पर 17 टांके लगे हैं, जिससे उसका चेहरा गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है। खरगौन में एक बच्ची की जान बाल-बाल बची, जबकि पुणे में एक युवक का हाथ गंभीर रूप से घायल हो गया। अब सवाल यह है कि इस समस्या का समाधान क्या हो सकता है।


कानपुर की छात्रा पर हमला

कानपुर की 21 वर्षीय वैष्णवी साहू, जो बीबीए की फाइनल ईयर की छात्रा हैं, अपने कॉलेज से लौटते समय मधुवन पार्क के पास अचानक तीन कुत्तों के हमले का शिकार हो गईं। कुत्तों ने उन्हें सड़क पर गिरा दिया और उनके गाल का मांस नोच लिया। नाक पर भी गंभीर चोट आई, जिससे खून बहने लगा। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनके चेहरे पर 17 टांके लगाए। अब वैष्णवी न तो ठीक से बोल पा रही हैं और न ही खा पा रही हैं। उनका परिवार इस घटना से दहशत में है और प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहा है।


पुणे में युवक पर कुत्तों का हमला

पुणे के पिंपरी, चिंचवड़ में सुबह लगभग 5 बजे एक युवक काम पर जा रहा था, तभी 7 कुत्तों के झुंड ने उसे घेर लिया। कुत्तों ने उसके हाथ पर हमला किया और उसे घसीटने की कोशिश की। युवक ने अपनी बाइक का सहारा लिया, लेकिन कुत्तों का झुंड लगातार आक्रामक होता रहा।