अमित शाह का केजरीवाल पर हमला: 45 करोड़ का शीशमहल बनाने का आरोप

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज सुषमा भवन का उद्घाटन किया और इस अवसर पर अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला किया। उन्होंने केजरीवाल पर 45 करोड़ रुपये का शीश महल बनाने का आरोप लगाया और कहा कि केजरीवाल ने सरकारी सुविधाओं का उपयोग करने के अपने वादे को तोड़ा है। शाह ने सुषमा स्वराज की विरासत को भी याद किया और विपक्ष के नेताओं को उनके कार्यों का अनुसरण करने की सलाह दी। इस लेख में जानें शाह के आरोपों और सुषमा स्वराज की राजनीतिक यात्रा के बारे में।
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अमित शाह का केजरीवाल पर हमला: 45 करोड़ का शीशमहल बनाने का आरोप

सुषमा भवन का उद्घाटन

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज नए महिला छात्रावास ब्लॉक 'सुषमा भवन' का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने सुषमा स्वराज को पार्टी की महान नेताओं में से एक के रूप में याद किया।


केजरीवाल पर आरोप

इस दौरान, शाह ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने राजनीति में कदम रखते समय कहा था कि वह सरकारी गाड़ी और बंगला नहीं लेंगे, लेकिन अब उन्होंने 45 करोड़ रुपये का शीश महल बना लिया है।


छात्रावास का नाम पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के नाम पर रखा गया है, जो दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रह चुकी थीं। उद्घाटन के बाद शाह ने कहा कि सुषमा जी को हमेशा पार्टी की महान नेताओं में से एक के रूप में याद किया जाएगा।


बच्चों के साथ बातचीत

शाह ने कहा, 'कुछ बच्चे मुझसे मिलने आए थे। मैंने उनसे पूछा कि केजरीवाल ने दिल्ली के लिए क्या किया है? मैंने गलती से कहा कि कुछ नहीं। एक बच्चे ने कहा कि उन्होंने अपने लिए एक बड़ा शीश महल बनवाया है। जब केजरीवाल राजनीति में आए थे, तो उन्होंने कहा था कि वह सरकारी सुविधाओं का उपयोग नहीं करेंगे, लेकिन अब उन्होंने 50 हजार गज में दिल्लीवासियों के पैसे से अपने लिए महल बना लिया है। केजरीवाल जी, आपको दिल्ली की जनता को जवाब देना होगा।'


भ्रष्टाचार के आरोप

उन्होंने आगे कहा, 'केजरीवाल ने शराब घोटाला, मोहल्ला क्लिनिक के नाम पर भ्रष्टाचार, दवाओं के नाम पर घोटाला, सीसीटीवी के नाम पर घोटाला और बस खरीद में घोटाला किया। सबसे बड़ा घोटाला निजी सुविधाओं के लिए, अपने शीश महल के निर्माण के लिए किया गया है।'


सुषमा स्वराज की विरासत

शाह ने सुषमा स्वराज को याद करते हुए कहा, 'वह देश के राजनीतिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण नेता थीं, जिन्होंने एनडीए 1 और एनडीए 2 के दौरान महत्वपूर्ण विभागों का नेतृत्व किया। उन्हें केवल एक मंत्री के रूप में नहीं, बल्कि विपक्ष के नेता के रूप में भी याद किया जाएगा। सुषमा जी ने संसद में कांग्रेस के भ्रष्टाचार को उजागर किया था।'


उन्होंने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि विपक्ष के सभी नेता उनके कार्यों का अध्ययन करेंगे और उनके द्वारा किए गए कार्यों का अनुसरण करने का प्रयास करेंगे। देश का लोकतांत्रिक इतिहास सुषमा स्वराज जी को एक संघर्षशील और प्रभावशाली विपक्षी नेता के रूप में याद रखेगा। जब विपक्ष के नेता के पद की महत्ता का उदाहरण दिया जाएगा, तो सुषमा जी का नाम अवश्य लिया जाएगा।'