अजीत अगरकर की प्रेम कहानी: धर्म की दीवारें तोड़कर मिली खुशी
क्रिकेट की दुनिया में अनोखी प्रेम कहानी
क्रिकेट के क्षेत्र में कई दिलचस्प प्रेम कहानियाँ देखने को मिली हैं, जो प्रशंसकों को चौंका देती हैं। इनमें से एक नाम पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज अजीत अगरकर का भी है, जिन्होंने उस समय धर्म की सीमाओं को पार किया जब इंटरकास्ट विवाह पर विवाद होता था। अगरकर अपने दोस्त की बहन के प्रति आकर्षित हो गए।
अजीत अगरकर का करियर और प्रेम कहानी की शुरुआत
अजीत अगरकर ने 1998 में भारतीय क्रिकेट टीम में कदम रखा। उनके क्रिकेट करियर की शुरुआत के बाद, अगले वर्ष उनकी मुलाकात फातिमा से हुई। पहली नजर में ही अगरकर का दिल फातिमा पर आ गया। हालांकि, इस रिश्ते को विवाह में बदलना एक चुनौती थी। फातिमा अक्सर अगरकर के दोस्त मजहर घडियाली के साथ मैच देखने जाती थीं। लगभग तीन साल तक डेटिंग के बाद, दोनों ने शादी करने का फैसला किया।
फातिमा का करियर और परिवार की चुनौतियाँ
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फातिमा एक निजी फर्म में प्रबंधन सलाहकार के रूप में कार्यरत थीं। जबकि अगरकर अपने करियर में तेजी से आगे बढ़ रहे थे, फातिमा को भी उनसे लगाव हो गया। लेकिन दोनों परिवारों को शादी के लिए मनाना आसान नहीं था। अंततः, 2002 में उन्होंने धर्म की बाधाओं को पार करते हुए शादी कर ली, जिसके लिए अगरकर को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। अब वे एक सुखद जीवन व्यतीत कर रहे हैं और उनके एक बेटे का नाम राज है।
अजीत अगरकर का क्रिकेट करियर
अजीत अगरकर ने अपने करियर में कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं। वह 2007 के टी20 विश्व कप में चैंपियन टीम का हिस्सा थे। उन्होंने कुल 221 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 349 विकेट लिए हैं। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 26 मैचों में 58 विकेट और वनडे में 191 मैचों में 288 विकेट हासिल किए हैं। वर्तमान में, अगरकर बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता के रूप में कार्यरत हैं।