भारी दबाव के बावजूद सेना प्रमुख पर फैसला योग्यता के आधार पर लिया गया : पाक पीएम

इस्लामाबाद, 24 नवंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार को उन नामों पर अपनी चुप्पी तोड़ी, जिन्हें उन्होंने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को अगले सेनाध्यक्ष (सीओएएस) और संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (सीजेसीएससी) के अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति की औपचारिक सलाह दी। उन्होंने कहा कि फैसला योग्यता के आधार पर लिया गया। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
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भारी दबाव के बावजूद सेना प्रमुख पर फैसला योग्यता के आधार पर लिया गया : पाक पीएम
भारी दबाव के बावजूद सेना प्रमुख पर फैसला योग्यता के आधार पर लिया गया : पाक पीएम इस्लामाबाद, 24 नवंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार को उन नामों पर अपनी चुप्पी तोड़ी, जिन्हें उन्होंने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को अगले सेनाध्यक्ष (सीओएएस) और संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (सीजेसीएससी) के अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति की औपचारिक सलाह दी। उन्होंने कहा कि फैसला योग्यता के आधार पर लिया गया। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।

समा टीवी की खबर के मुताबिक, शरीफ ने एक बयान में कहा कि राज्य के संस्थानों में वरिष्ठता के सिद्धांत को लागू करने से उन्हें मजबूती मिलेगी।

रिपोर्ट में कहा गया है, वह इस बात का जिक्र कर रहे थे कि कैसे उन्होंने शॉर्टलिस्ट किए गए छह उम्मीदवारों में से सबसे वरिष्ठ अधिकारी को चुना और नए सेना प्रमुख और सीजेसीएससी को चुनने के लिए उन्हें भेजा।

शरीफ ने कहा कि भारी दबाव के बावजूद उन्होंने गुण-दोष के आधार पर फैसला लिया और वरिष्ठता के सिद्धांत को कायम रखा।

समा टीवी की खबर के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि वह किस चीज का दबाव था या वह इसका सामना किसकी ओर से कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि उनके प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता आर्थिक अस्थिरता से निपटना है।

पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान द्वारा 26 नवंबर को रावलपिंडी और इस्लामाबाद में विरोध प्रदर्शन की योजना पर कटाक्ष करते हुए शरीफ ने कहा कि देश में अराजकता के लिए कोई जगह नहीं है।

ट्रिब्यून ने बताया कि इससे पहले, मंगलवार को राष्ट्रपति अल्वी ने अगले सेना प्रमुख के रूप में लेफ्टिनेंट जनरल सैयद असीम मुनीर की नियुक्ति के लिए शरीफ द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को मंजूरी दे दी और लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को नए सीजेसीएससी के रूप में नियुक्त किया।

जमां पार्क में इमरान खान के साथ राष्ट्रपति की मुलाकात के बाद यह घटनाक्रम सामने आया है।

राष्ट्रपति के इमरान खान के लाहौर स्थित आवास कारवां पर पहुंचने के फुटेज को पीटीआई ने सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ साझा किया कि सेना की शीर्ष सीट के लिए नियुक्ति से पहले दोनों पार्टी की कार्ययोजना पर चर्चा करेंगे।

एक्सप्रेस न्यूज के मुताबिक, राष्ट्रपति अल्वी ने राष्ट्रपति भवन में कानूनी विशेषज्ञों के साथ बैठक भी की और खान के साथ बैठक के बाद प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए।

रक्षा मंत्रालय शीर्ष सैन्य नियुक्तियों के बारे में औपचारिक रूप से एक अधिसूचना जारी करेगा।

एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने सूत्रों के हवाले से कहा कि नए सेना प्रमुख और सीजेसीएससी जल्द ही अल्वी से मिलेंगे।

इससे पहले, दिन में सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने ट्विटर पर कहा था कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने प्रस्ताव राष्ट्रपति को भेज दिया है।

उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने अपनी संवैधानिक शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ का चेयरमैन और लेफ्टिनेंट जनरल सैयद असीम मुनीर को थल सेनाध्यक्ष नियुक्त करने का फैसला किया है।

वरिष्ठता सूची के अनुसार, लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर, लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा, लेफ्टिनेंट जनरल अजहर अब्बास, लेफ्टिनेंट जनरल नुमन महमूद और लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद सीजेसीएससी और सेना प्रमुख पद के लिए दावेदारी पेश कर रहे थे।

--आईएएनएस

एसजीके/एएनएम