दालचीनी और शहद एक साथ लेना अमृत समान, जानें वजह क्या?

नई दिल्ली, 13 जून(आईएएनएस)। आयुर्वेद न केवल एक उपचार पद्धति है, बल्कि यह जीवन जीने की एक कला भी है। आयुर्वेद में कई प्राकृतिक औषधियों का उपयोग किया जाता है, जिनमें से शहद और दालचीनी दो अत्यंत प्रभावशाली औषधियां हैं।
इन दोनों औषधियों के संयोजन से कई अद्भुत लाभ प्राप्त हो सकते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, दालचीनी और शहद दोनों में प्राकृतिक एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। इन दोनों के संयोजन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। दालचीनी और शहद जब सही मात्रा में इस्तेमाल किए जाते हैं, तो यह एक शक्तिशाली संयोजन बन जाता है जो कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।
चरक और सुश्रुत संहिता में इसे महत्वपूर्ण औषधि माना गया है और इसकी चिकित्सा उपयोगिता के बारे में कई विवरण दिए गए हैं। वहीं, दालचीनी को भी स्वास्थ्य लाभों के लिए उपयोगी माना गया है और दोनों को साथ में मिलाकर सेवन करने के भी कई फायदे बताए गए हैं। यह मिश्रण पाचन, श्वसन, और त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए फायदेमंद हो सकता है। दालचीनी शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है, जबकि शहद में प्राकृतिक शर्करा होती है जो तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है।
चरक संहिता के अनुसार, दालचीनी और शहद एक शक्तिशाली संयोजन है जो पाचन में सुधार, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और त्वचा के लिए फायदेमंद है। अगर आप सर्दी-जुकाम और बुखार से परेशान हैं, तो आप शहद में दालचीनी मिलाकर दिन में दो बार सेवन कर सकते हैं। ऐसा करने से सेहत पर काफी ज्यादा असर होता है।
शहद और दालचीनी का मिश्रण हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद करता है और साथ ही यह मेटाबॉलिज्म तेज करता है जिससे वजन बढ़ाने में मदद मिलती है।
यह ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है, खासकर मधुमेह के रोगियों के लिए। आयुर्वेद के शास्त्रों में इन संयोजनों को अमृत माना गया है, जो हमें कई रोगों से बचाए रखने में मदद करते हैं।
--आईएएनएस
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