स्वाइन फ्लू के बढ़ते मामले: लक्षण और परीक्षण की जानकारी

स्वाइन फ्लू के मामलों में वृद्धि
देश में स्वाइन फ्लू के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। इसे एच1एन1 वायरस के नाम से भी जाना जाता है, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैलता है। इस वर्ष, 16 राज्यों में इसके मामले सामने आए हैं और 6 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। स्वाइन फ्लू के बढ़ते खतरे के बीच इसके लक्षणों की पहचान करना आवश्यक है। खासकर यह जानना जरूरी है कि एच1एन1 वायरस और सामान्य फ्लू के लक्षणों में क्या भिन्नता है। यदि आपको स्वाइन फ्लू के लक्षण महसूस होते हैं, तो आपको जांच कहां करानी चाहिए।
स्वाइन फ्लू और सामान्य सर्दी-खांसी के लक्षणों में अंतर को समझने के लिए, लेडी हार्डिंग अस्पताल के मेडिसिन विभाग के डॉ. सुभाष गिरी ने जानकारी दी है।
स्वाइन फ्लू और सामान्य खांसी- जुकाम में अंतर
सामान्य खांसी- जुकाम स्वाइन फ्लू की तुलना में कम गंभीर होता है। स्वाइन फ्लू में पेट में दर्द और दस्त की समस्या हो सकती है, जबकि सामान्य फ्लू में ऐसा नहीं होता। स्वाइन फ्लू में मांसपेशियों में खिंचाव भी महसूस होता है। दोनों प्रकार के फ्लू में खांसी, जुकाम और गले में खराश होती है, लेकिन यदि बुखार 100 डिग्री से अधिक है, तो यह स्वाइन फ्लू का संकेत हो सकता है।
डॉ. सुभाष ने बताया कि स्वाइन फ्लू पहले केवल सूअरों को प्रभावित करता था, लेकिन अब यह मनुष्यों में भी फैल रहा है। इसके लक्षणों में बुखार, थकान और भूख न लगना शामिल हैं। यह वायरस मरीज के श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है, जिससे फेफड़ों पर असर पड़ सकता है और सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। यदि आपको तेज बुखार, उल्टी, दस्त, खांसी और मांसपेशियों में दर्द है, तो स्वाइन फ्लू की जांच कराना आवश्यक है।
स्वाइन फ्लू का परीक्षण कैसे कराएं
यदि आपको स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो आपको अस्पताल जाना चाहिए। डॉक्टर आपके लक्षणों और चिकित्सा इतिहास के बारे में पूछेंगे। डॉक्टर एक त्वरित फ्लू परीक्षण कर सकते हैं। अस्पताल में, स्वाइन फ्लू के लिए H1N1 पीसीआर परीक्षण कराया जा सकता है। यदि परीक्षण रिपोर्ट में स्वाइन फ्लू की पुष्टि होती है, तो आपको अस्पताल में भर्ती होना होगा। जब तक रिपोर्ट निगेटिव नहीं आती, तब तक आपको भर्ती रहना होगा और अन्य लोगों से संपर्क नहीं करना चाहिए।