सर्दियों में ब्लड शुगर के बढ़ने के कारण और डायबिटीज मरीजों के लिए सावधानियां

सर्दियों में तापमान गिरने से शरीर को गर्म रखने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, जिससे ब्लड शुगर बढ़ सकता है। इस लेख में जानें कि सर्दियों में डायबिटीज मरीजों को अपनी देखभाल कैसे करनी चाहिए, जैसे कि नियमित ब्लड शुगर जांच, सही आहार और व्यायाम। इसके अलावा, कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए गए हैं जो सर्दियों में स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करेंगे।
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सर्दियों में ब्लड शुगर के बढ़ने के कारण और डायबिटीज मरीजों के लिए सावधानियां

सर्दियों में ब्लड शुगर में वृद्धि के कारण

सर्दियों में ब्लड शुगर के बढ़ने के कारण और डायबिटीज मरीजों के लिए सावधानियां

सर्दियों में शुगर का स्तर क्यों बढ़ता है?Image Credit source: Getty Images

जब तापमान गिरता है, तो शरीर को गर्म रखने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इस दौरान कुछ हार्मोन का निर्माण होता है, जो ब्लड शुगर को बढ़ा सकते हैं। सर्दियों में लोग आमतौर पर घर के अंदर रहते हैं, जिससे शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है। पानी की कमी भी इस मौसम में सामान्य है, जिससे शुगर का स्तर और अधिक बढ़ सकता है। इसके अलावा, सर्दियों में तले-भुने और मीठे खाने की इच्छा भी बढ़ जाती है, जिससे शुगर में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है।

सर्दियों में शरीर अपने तापमान को बनाए रखने के लिए आंतरिक ऊर्जा बढ़ाता है, जिससे ग्लूकोज का स्तर बढ़ता है। यह ग्लूकोज लिवर द्वारा रिलीज होता है, ताकि शरीर को गर्मी मिल सके। सामान्य व्यक्तियों में यह प्रक्रिया आसानी से नियंत्रित होती है, लेकिन डायबिटीज के मरीजों में इंसुलिन सही तरीके से काम नहीं कर पाता, जिससे शुगर तेजी से बढ़ जाती है। सर्दियों में भूख भी अधिक लगती है, और लोग पराठे, मिठाई, घी और तले हुए खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं। धूप की कमी से विटामिन डी की कमी हो सकती है, जिससे इंसुलिन का प्रभाव कम हो जाता है और शुगर बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। नींद की दिनचर्या भी प्रभावित हो सकती है। ये सभी कारक मिलकर सर्दियों में ब्लड शुगर के बढ़ने का कारण बनते हैं.


डायबिटीज मरीजों के लिए सर्दियों में देखभाल के उपाय

डायबिटीज मरीजों को क्या करना चाहिए?

लेडी हार्डिंग हॉस्पिटल के डॉ. एल.एच. घोटेकर के अनुसार, इस मौसम में डायबिटीज के मरीजों को अपनी दिनचर्या में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। सुबह खाली पेट और भारी भोजन के बाद ब्लड शुगर की जांच सप्ताह में कम से कम 3 से 5 बार करें। रोजाना 8 से 9 गिलास पानी पिएं। घर के अंदर हल्की चाल में 20 से 30 मिनट चलना, स्ट्रेचिंग या योग करना फायदेमंद है।

भोजन को हल्का रखें और तली-भुनी चीजों का सेवन कम करें। गेहूं के साथ जौ या बाजरा मिलाकर बनी रोटी, दाल, सब्ज़ियां, सूप और मौसमी फल जैसे संतरा, अमरूद और आंवला अच्छे विकल्प हैं। दवा और इंसुलिन की टाइमिंग में बदलाव न करें। ठंड में तनाव से बचें और पर्याप्त नींद लें। अनुशासन बनाए रखने से पूरे मौसम में शुगर को नियंत्रित करना आसान हो जाता है और स्वास्थ्य स्थिर रहता है.


अन्य महत्वपूर्ण सुझाव

यह भी ध्यान रखें

सुबह कुछ समय धूप में बिताएं।

रात में मेथी दाना भिगोकर उसका पानी सुबह पी सकते हैं।

पैरों को ठंड से बचाकर गर्म रखें।

अगर शुगर अचानक बढ़ जाए या कम हो जाए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.