सर्दियों में डायबिटीज के मरीजों के लिए ब्लड शुगर नियंत्रण के उपाय

सर्दियों में डायबिटीज के मरीजों का ध्यान रखने की आवश्यकता

डायबिटीज के मामलों में वृद्धिImage Credit source: SimpleImages/Getty Images
यदि आप डायबिटीज से ग्रसित हैं, तो सर्दियों में आपके रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है। इसका मुख्य कारण यह है कि ठंड के मौसम में हम गर्मियों की तुलना में अधिक भोजन करते हैं और शारीरिक गतिविधियां भी कम हो जाती हैं। खानपान में बदलाव और जीवनशैली में परिवर्तन के कारण सर्दियों में शुगर लेवल बढ़ने का खतरा रहता है। इसे नियंत्रित करना अत्यंत आवश्यक है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस मौसम में बढ़े हुए शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं।
दिल्ली के जीटीबी हॉस्पिटल में मेडिसिन विभाग के डॉ. अजीत कुमार के अनुसार, सर्दियों में कम व्यायाम करने से शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध बढ़ता है, जिससे शुगर लेवल में वृद्धि होती है। इस मौसम में हार्मोनल परिवर्तन भी होते हैं, जैसे कि कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ना, जो शुगर लेवल को प्रभावित कर सकता है। सर्दियों में धूप की कमी और विटामिन डी की कमी भी शुगर लेवल को बढ़ा सकती है। इसलिए इसे नियंत्रित करने के लिए निम्नलिखित उपायों का पालन करें।
नियमित व्यायाम करें
सर्दियों में भी नियमित व्यायाम करना आवश्यक है। व्यायाम से रक्त शर्करा नियंत्रित रहता है और प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है। डायबिटीज के मरीजों को सर्दियों में कम से कम 30 मिनट का व्यायाम करना चाहिए, लेकिन सुबह जल्दी व्यायाम करने से बचें क्योंकि तापमान कम होता है। यदि आप डायबिटीज के साथ हृदय या किडनी की समस्याओं से ग्रसित हैं, तो घर के अंदर ही व्यायाम करें।
खानपान पर ध्यान दें
सर्दियों में डायबिटीज के मरीजों को अपने आहार में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। अपनी डाइट में सब्जियां, फल और ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम शामिल करें। मीठे खाद्य पदार्थों और ब्रेड या मैदा से बनी चीजों से बचें, क्योंकि इनमें कार्बोहाइड्रेट अधिक होते हैं, जो शुगर लेवल को बढ़ा सकते हैं। दाल, राजमा और आंवला जैसी चीजों को अपने आहार में शामिल करने का प्रयास करें।
नियमित जांच कराएं
इसके अलावा, अपने रक्त शर्करा की नियमित जांच कराना भी आवश्यक है। हर दिन एक से दो बार शुगर की जांच करें और इसका चार्ट बनाएं। यदि शुगर लेवल सामान्य है, तो चिंता की कोई बात नहीं है, लेकिन यदि यह बढ़ा हुआ है, तो डॉक्टर से सलाह लें। इस मामले में लापरवाही न करें।