विटामिन डी की कमी: जानें इसके कारण और लक्षण

विटामिन डी की कमी के कारण
विटामिन डी की कमी क्यों होती है
कम धूप में रहना और खानपान की अनदेखी के कारण विटामिन डी की कमी बढ़ रही है। इस कमी के लक्षण अक्सर शुरुआत में स्पष्ट नहीं होते। जब लक्षण उभरते हैं, तब लोग डॉक्टर से जांच करवाते हैं, जिससे यह पता चलता है कि विटामिन की कमी हो गई है। इसके परिणामस्वरूप जोड़ों और हड्डियों में दर्द हो सकता है, और कुछ मामलों में न्यूरोलॉजिकल समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। विटामिन डी की कमी से संबंधित कुछ सामान्य प्रश्नों के उत्तर विशेषज्ञों से जानें।
प्रश्न 1: विटामिन डी की कमी का मुख्य कारण क्या है?
आरएमएल अस्पताल के मेडिसिन विभाग के डॉ. सुभाष गिरी के अनुसार, विटामिन डी की कमी का प्रमुख कारण धूप से दूर रहना है। आजकल लोग धूप से बचते हैं, खासकर ऑफिस में काम करने वाले। इसलिए, शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे दिन में कम से कम आधा घंटा धूप में बिताएं, विशेषकर सुबह 8 से 11 बजे के बीच। धूप में रहते समय ध्यान रखें कि त्वचा का कोई हिस्सा सीधे धूप में आए।
प्रश्न 2: विटामिन डी की कमी के लक्षण क्या हैं?
हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द, थकान, मांसपेशियों में कमजोरी, लगातार सिरदर्द, वजन में कमी, दांतों में दर्द, बालों का झड़ना, और चिंता या घबराहट जैसे लक्षण शामिल हैं।
प्रश्न 3: शरीर में विटामिन डी का स्तर कितना होना चाहिए?
शरीर में विटामिन डी का स्तर 20 ng/mL से अधिक होना चाहिए। 18 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों के लिए सामान्य स्तर 50 ng/mL से 125 ng/mL के बीच होता है। यदि यह स्तर 20 ng/mL से कम है, तो इसे विटामिन डी की कमी माना जाता है, और तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
प्रश्न 4: विटामिन डी को तेजी से कैसे बढ़ाएं?
डॉ. सुभाष के अनुसार, विटामिन डी की कमी को दूर करने का सबसे प्रभावी तरीका धूप में रहना है। रोजाना 10 से 15 मिनट धूप में बिताना चाहिए। यदि यह संभव न हो, तो डॉक्टर की सलाह पर विटामिन डी की सप्लीमेंट्स लेना चाहिए और अपनी डाइट में मछली और अंडे शामिल करें।