रोजाना केवल 3 मिनट की गतिविधि से हृदय स्वास्थ्य में सुधार

हाल ही में एक अध्ययन ने यह साबित किया है कि केवल तीन मिनट की छोटी शारीरिक गतिविधियाँ भी हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बना सकती हैं। आकस्मिक शारीरिक गतिविधियों जैसे सीढ़ियाँ चढ़ना या तेज़ी से चलना हृदय रोग के जोखिम को 50 प्रतिशत तक कम कर सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि दैनिक जीवन में छोटी-छोटी गतिविधियाँ भी महत्वपूर्ण हैं और इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। जानें इस अध्ययन के बारे में और अपने हृदय को स्वस्थ रखने के उपाय।
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रोजाना केवल 3 मिनट की गतिविधि से हृदय स्वास्थ्य में सुधार

हृदय स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए गतिविधियों का महत्व

हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए नियमित व्यायाम और योजनाबद्ध दिनचर्या की आवश्यकता होती है। लेकिन जिन लोगों के पास काम के कारण समय की कमी होती है, वे अक्सर चिंता करते हैं कि वे अपने हृदय का ध्यान नहीं रख पा रहे हैं। हाल ही में प्रकाशित एक अध्ययन ने इस धारणा को बदलने का प्रयास किया है। इस अध्ययन में बताया गया है कि केवल तीन मिनट की छोटी गतिविधियाँ भी हृदय संबंधी समस्याओं के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकती हैं।


अध्ययन के निष्कर्ष क्या बताते हैं?

इस अध्ययन ने उन छोटी लेकिन तीव्र गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया जो हृदय की धड़कन को बढ़ा सकती हैं। शोधकर्ताओं ने इसे आकस्मिक शारीरिक गतिविधि (IPA) कहा। आकस्मिक शारीरिक गतिविधि हृदय रोग के जोखिम को कम करती है। यह गतिविधियाँ दैनिक जीवन का हिस्सा होती हैं, जैसे सीढ़ियाँ चढ़ना या बस पकड़ने के लिए दौड़ना। अध्ययन में मध्यम और तीव्र आकस्मिक गतिविधियों का विश्लेषण किया गया।


अध्ययन के परिणामों का क्या अर्थ है?

अध्ययन के परिणाम यह दर्शाते हैं कि सामान्य गतिविधियाँ भी हृदय स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती हैं। डॉ. राजीव भागवत, जो एक वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट हैं, ने इस अध्ययन के परिणामों की पुष्टि की और बताया कि नियमित गतिविधियाँ हृदय रोग के जोखिम को 50 प्रतिशत तक कम कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि रोजाना की गतिविधियाँ जैसे सीढ़ियाँ चढ़ना या तेज़ी से काम करना हृदय रोग और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को कम कर सकती हैं।


दैनिक गतिविधियों का महत्व

हम अक्सर इन सामान्य गतिविधियों को नजरअंदाज कर देते हैं और sedentary जीवनशैली की ओर बढ़ते हैं। हालांकि, नियमित व्यायाम के साथ-साथ छोटी-छोटी गतिविधियाँ भी हृदय को सुरक्षित रखने में मदद कर सकती हैं। डॉ. भागवत ने कहा कि कोई भी शारीरिक गतिविधि हृदय के लिए एक प्राकृतिक उत्तेजक के रूप में कार्य करती है। इसलिए, हमें दैनिक गतिविधियों के महत्व को समझना चाहिए और उन्हें अपने जीवन में शामिल करना चाहिए।