ब्लड ग्रुप और दिल की सेहत: जानें किस ग्रुप के लोग हैं अधिक जोखिम में

हाल के शोध में यह सामने आया है कि ब्लड ग्रुप A और B वाले व्यक्तियों में दिल के दौरे का खतरा O ग्रुप वालों की तुलना में अधिक होता है। अध्ययन में चार लाख लोगों के डेटा का विश्लेषण किया गया, जिससे यह पता चला कि A और B ग्रुप वाले लोगों में खून के थक्के जमने की संभावना अधिक होती है। जानें इस अध्ययन के परिणाम और अपने दिल की सेहत को बेहतर बनाने के उपाय।
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ब्लड ग्रुप और दिल की सेहत: जानें किस ग्रुप के लोग हैं अधिक जोखिम में

दिल की बीमारियों का बढ़ता खतरा

आजकल की तेज़ रफ्तार जिंदगी में हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी हृदय संबंधी बीमारियाँ तेजी से बढ़ रही हैं। अस्वस्थ आहार, बढ़ता प्रदूषण और तनावपूर्ण जीवनशैली को इसके प्रमुख कारणों में से एक माना जाता है। हाल ही में एक महत्वपूर्ण अध्ययन ने एक और पहलू पर ध्यान केंद्रित किया है - आपका ब्लड ग्रुप। इस रिसर्च में यह सामने आया है कि कुछ विशेष ब्लड ग्रुप वाले व्यक्तियों में दिल के दौरे का खतरा अन्य की तुलना में अधिक होता है।


ब्लड ग्रुप A और B वाले लोग अधिक जोखिम में

यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी द्वारा किए गए इस अध्ययन में लगभग चार लाख लोगों के डेटा का विश्लेषण किया गया। इस अध्ययन का उद्देश्य ब्लड ग्रुप और हार्ट अटैक के बीच संबंध को समझना था। परिणाम चौंकाने वाले थे।


शोधकर्ताओं ने पाया कि जिनका ब्लड ग्रुप O नहीं है, उनमें दिल के दौरे का खतरा अधिक होता है। विशेष रूप से ब्लड ग्रुप A और B वाले लोग सबसे अधिक जोखिम में पाए गए।


आंकड़ों की रोशनी में

अध्ययन के अनुसार, ब्लड ग्रुप A और B वाले व्यक्तियों को O ब्लड ग्रुप वाले लोगों की तुलना में हार्ट अटैक का खतरा 8% अधिक होता है।


हार्ट फेलियर के मामले में, A ब्लड ग्रुप वालों को O ब्लड ग्रुप वालों की तुलना में 11% अधिक खतरा होता है।


वहीं, B ब्लड ग्रुप वाले व्यक्तियों को O ब्लड ग्रुप वालों की तुलना में दिल का दौरा पड़ने का जोखिम 15% तक अधिक होता है।


ब्लड ग्रुप का दिल की सेहत से संबंध

अब सवाल यह है कि ब्लड ग्रुप का दिल की सेहत से क्या संबंध है? इसका वैज्ञानिक कारण खून के थक्के जमने की प्रवृत्ति से जुड़ा है।


रिसर्च के अनुसार, A और B ब्लड ग्रुप वाले लोगों में O ब्लड ग्रुप वालों की तुलना में खून का थक्का जमने की संभावना लगभग 44% अधिक होती है। जब शरीर में खून के थक्के अधिक बनते हैं, तो वे दिल तक खून पहुंचाने वाली धमनियों को अवरुद्ध कर सकते हैं। धमनियों में यह रुकावट हार्ट अटैक का मुख्य कारण बनती है।


आपके लिए क्या मतलब है?

यह जानना महत्वपूर्ण है कि ब्लड ग्रुप कई जोखिम कारकों में से एक है, जिसे आप नहीं बदल सकते। इसका मतलब यह नहीं है कि यदि आपका ब्लड ग्रुप A या B है, तो आपको हार्ट अटैक होगा, या O ग्रुप वाले पूरी तरह सुरक्षित हैं।


आपकी जीवनशैली सबसे महत्वपूर्ण है, जिसे आप नियंत्रित कर सकते हैं। अपने ब्लड ग्रुप को एक चेतावनी संकेत के रूप में लें और अपने दिल की सेहत के प्रति अधिक सतर्क रहें।


स्वस्थ आदतें अपनाएं

  • संतुलित आहार लें: अपनी डाइट में फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल करें।
  • नियमित व्यायाम करें: हफ्ते में कम से कम 150 मिनट व्यायाम करने का लक्ष्य रखें।
  • तनाव से दूर रहें: योग और ध्यान के माध्यम से तनाव को नियंत्रित करें।
  • नियमित जांच कराएं: ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की नियमित जांच कराते रहें।


स्वस्थ आदतें अपनाकर आप ब्लड ग्रुप से जुड़े किसी भी जेनेटिक जोखिम को काफी हद तक कम कर सकते हैं और एक लंबा व स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।